प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य श्रीराम मंदिर में आयोजित रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे. यह कार्यक्रम दोपहर 12.30 पर होगा.पीएम मोदी से बुधवार को राम जन्म भूमि निर्माण समिति के सदस्य मिले.
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यह मुलाकात शाम 5:15 बजे हुई. मुलाकात करने वालो में चंपत राय, नृपेन्द्र मिश्रा, गोविद गिरी समेत 4 लोग शामिल रहे. इन्होंने पीएम मोदी से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया था जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार किया है.
एक्स, पूर्व ट्विटर पर पीएम मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बनेंगे. पीएम ने ट्रस्ट के सदस्यों से मुलाकात की फोटो भी शेयर की है. गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा के एक भव्य समारोह के दौरान भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी.
जय सियाराम!
आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है।
मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा… pic.twitter.com/rc801AraIn
— Narendra Modi (@narendramodi) October 25, 2023
इधर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी बताया है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा दिनांक 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की जाएगी. 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद राम लला के अभिषेक की प्रक्रिया शुरू करने और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का 10 दिवसीय अनुष्ठान करने का निर्णय लिया गया है.
22 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति की स्थापना होगी
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पुष्टि की कि अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति 22 जनवरी, 2024 को स्थापित की जाएगी. इससे पहले 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी थी.
दिनांक 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री रामलला सरकार के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर पर देश के 4000 संत- महात्मा एवं समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव उपस्थित रहेंगे।
4000 Pujaniya Sant and 2500 eminent citizens will be…
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) October 25, 2023
ट्रस्ट के सूत्रों ने कहा कि स्थापना समारोह के दौरान लगभग 10,000 लोगों को मंदिर परिसर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी, जबकि देश भर के सभी प्रमुख मंदिरों में समारोह आयोजित किए जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने 2019 के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर एक ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था.
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह