अलीगढ़ शहर में पार्किंग माफिया इस कदर हावी हैं कि जीटी रोड को ही ठेके पर उठा दिया। तहसील कोल के सामने जीटी रोड को घेरकर पार्किंग बना दी गई। यहां खड़े होने वाले दोपहिया और चार पहिया वाहनों की रसीद काटी जा रही है, लेकिन रसीद पर न तो रुपये का जिक्र है और न ही जीएसटी नंबर। हैरानी इस बात की है कि अधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं है, जबकि जिले के सभी प्रमुख अधिकारी रोजाना इस मार्ग से गुजरते होंगे। एसडीएम और तहसीलदार तो रोजाना यहां आते ही हैं।
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स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर को चमकाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। तिरंगा लाइटें लगाई गईं, नालों का निर्माण चल रहा है। पार्कों को चमकाया गया है। ओपन जिम बनाए गए हैं। लेकिन सड़कों पर हो रही अवैध पार्किंग की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। इस कारण शहर की सड़कें और बाजार में लोग सुबह से शाम तक जाम से जूझते हैं। ऐसे में सड़कों पर पार्किंग के लिए रसीद काटकर वसूली भी की जा रही है, जबकि निर्धारित स्थान पर ही पार्किंग के लिए ठेका उठाया जा सकता।
कोल तहसील के बाहर गेट के दोनों ओर जीटी रोड पर रस्सी बांधकर पार्किंग बनाई गई है। इस तरह तहसील की ओर आधी जीटी रोड पर पार्किंग है। पार्किंग से आगे फल विक्रेताओं की फड़ लग जाती हैं। ऐसे में जीटी रोड पर वाहन निकलने के लिए रास्ता बहुत कम बचता है। यहां से रेंगकर ही वाहन निकल पाते हैं। तहसील में आने-जाने वालों के साथ हादसे की भी संभावना बनी रहती है।