उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए सरकार ने खुदरा विक्रेताओं को दालों पर लाभ मार्जिन घटाने को कहा है। सरकार ने कहा, पिछले एक महीने में प्रमुख थोक बाजारों में दालों की कीमतों में करीब चार फीसदी की गिरावट के बावजूद खुदरा बाजारों में दाम नहीं घटे हैं। ऐसे में खुदरा विक्रेता उचित लाभ मार्जिन वसूलें।
सरकार ने दालों की सट्टेबाजी व मुनाफाखोरी करने वाले विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। दालों के मूल्य परिदृश्य पर रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) के साथ मंगलवार को बैठक के बाद उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा, प्रमुख थोक मंडियों में चना, तुअर और उड़द की कीमतों में चार फीसदी तक की गिरावट आई है, लेकिन खुदरा कीमतों में ऐसी कोई गिरावट नहीं देखी गई है। इससे लगता है कि खुदरा विक्रेताओं को अधिक लाभ मार्जिन मिल रहा है। बैठक में अरहर और चने के लिए स्टॉक सीमा के अनुपालन की भी समीक्षा की गई।
सचिव ने कहा, दलहन उत्पादक राज्यों में अरहर और उड़द का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। बैठक में आरएआई, रिलायंस रिटेल, डी-मार्ट, टाटा स्टोर्स, स्पेंसर, आरएसपीजी और वीमार्ट के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।