लखनऊ. ऐतिहासिक धरोहरो की वजह से पहचाने जाने वाले पुराने लखनऊ में आज पूर्व की सपा सरकार द्वारा सैकड़ो करोड़ रुपए की लागत से कराए गए सुंदरीकरण की पोल खुल गई। करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई हाईटेक सड़क मानसून की पहली बारिश भी नही झेल पाई और ऐतिहासिक घंटा घर के सामने लगभग 15 मीटर सड़क धंस गई।
सड़क धसने की खबर से अधिकारियों और योजना से जुड़े ठेकेदारों में हड़कंप मच गया। सड़क बनाने वाले ठेकेदार और अधिकारी मीडिया को जवाब देने से बचते रहे। जोन 6 के जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता एससी सक्सेना के मुताबिक जहां पर सड़क धँसी है वहां पर सीवर लाइन थी जो पिछले ढाई साल से बंद पड़ी है। बन्द पड़ी सीवर लाइन हुसैनाबाद से निशात गंज तक गई है उन्होंने बताया कि सड़क धंसने की वजह सीवर लाइन नहीं है। आपको बताते चलें की ऐतिहासिक टीले वाली मस्जिद से छोटे इमामबाड़े तक पूर्व की सपा सरकार में सुन्दरीकरण के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए का बजट पास किया था सौन्द्रीयकर्ण योजना के तहत इस पूरे इलाके को सजाने संवारने का काम शुरू किया गया था और आधी अधूरी तैयारी के बीच चुनाव से पहले आनन फानन में निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सौन्द्रीयकर्ण का उद्घाटन भी कर दिया था। हालांकि पूर्व की सपा की सरकार द्वारा कराया गया सुंदरीकरण का काम कभी भी कुछ हद तक बाकी है। छोटे इमामबाड़े से लेकर टीले वाली मस्जिद तक बनाई गई सड़क के बीच के हिस्से के सड़क धंसने की खबर में जहां योजना के तहत काम करा रहे विभाग और ठेकेदारों की नींद उड़ गई है वही वर्तमान की सरकार को भी पूर्व की सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने का मौका मिल गया है । एक साल से कम समय मे सड़क धसने से घोटाले की आशंका जताई जा रही थी। मानसून की पहली बारिश होने के बाद विभाग और पूर्वी की सरकार पर सवाल उठना स्वाभाविक है।