मोदी सरकार अपने कार्यकाल में जब भी विपक्ष से जुड़े किसी भी विभूति पर कानूनी कार्यवाई करे तो, गौरतलब है की विपक्ष उसे ध्यान भटकाने की साजिस का नाम दे देती है। कुछ उसी तरह गुरुग्राम में भूमि सौदे में कथित अनियमितता के मामले में राबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।
Robert Vadra : राफेल से ध्यान हटाने की कोशिश है
कांग्रेस का कहना है कि राबर्ट वाड्रा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर के राफेल समझौते और नोटबंदी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने की मोदी जी की कोशिश है। सुरजेवाला ने कहा कि यह राफेल डील और नोटबंदी, डीजल और पेट्रोल के दामों में बढोतरी करके 12 लाख करोड़ रुपये की लूट, रुपये की गिरती कीमत और असफल अर्थव्यवस्था से ध्यान बंटाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
चार राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो मोदी सरकार और भाजपा की फेक न्यूज फैक्ट्री दुष्प्रचार में जुटी है। यह गलत और फर्जी मामलों के जरिये नए मनगढंत झूठ पेश कर रहे हैं। – रणदीप सुरजेवाला (कांग्रेस नेता)
सिखोहपुर गांव के अधिसूचित वाणिज्यिक क्षेत्र में
कांग्रेस का कहना है की तथ्य दिखाते हैं कि वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने 28 जनवरी 2008 को 3.5 एकड़ जमीन गुरग्राम के सिखोहपुर गांव के अधिसूचित वाणिज्यिक क्षेत्र में पंजीकृत सेल डीड के जरिये 7.95 करोड़ रुपये की लागत से खरीदी थी। इसमें स्टांप ड्यूटी भी शामिल है।
लाइसेंस देने की मौजूदा सरकारी नीति के अनुरूप
कांग्रेस का आरोप यह भी है की लाइसेंस देने की मौजूदा सरकारी नीति के अनुरूप 2.5 एकड़ भूमि के लिए वाणिज्यिक लाइसेंस 15 दिसंबर 2008 को दिया गया था। वाणिज्यिक कॉलोनी लाइसेंस शुल्क 7.43 करोड़ रुपये और 73 लाख रुपये नवीनीकरण शुल्क भी अदा किया गया था। इस प्रकार कुल अदा की गई राशि 16.11 करोड़ रुपये है।
करीब पांच साल बाद 18 सितंबर 2012 को स्काईलाइट ने डीएलएफ को यह जमीन 58 करोड़ रुपये में बेच दी। इस राशि पर भी आठ करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर अदा किया गया था।