विदेशी बाजार में अमेरिका की मुद्रा डॉलर में लगातार मजबूती देखने को मिली। इस वजह से रुपया 11 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को रुपया 83.62 (अस्थाई) के निचले स्तर पर बंद हुआ। इसे लेकर मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि विदेशी धन प्रवाह की ताजा आमद ने रुपये को निचले स्तर पर समर्थन दिया। इसके अलावा, घरेलू शेयरों में सकारात्मकता देखने को मिली। इस तरह से प्रमुख सूचकांकों ने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर को छुआ।
83.62 के स्तर पर बंद हुआ रुपया
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार (Interbank Foreign Exchange Market) की बात करें तो रुपया 83.53 पर खुलने के बाद गिर गया। इसके बाद गिरावट का सिलसिला जारी रहा और यह डॉलर के मुकाबले अब तक के सबसे निचले स्तर 83.62 (अस्थाई) पर पहुंच गया। यह पिछली बार यानी शुक्रवार के मुकाबले 11 पैसे कम था। इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.51 पर बंद हुआ था।
अमेरिकी डॉलकर में सकारात्मक रुख
शेयरखान बाय बीएनपी परिबास के विश्लेषक अनुज चौधरी का कहना है कि अमेरिकी डॉलर के सकारात्मक रुख और बढ़ती घरेलू महंगाई की वजह से रुपया गिर गया। अनुज चौधरी ने यह भी बताया कि अमेरिका में राजनीतिक हलचल मचने के बाद भी रुपये में सकारात्मक बढ़त देखने को मिली। अनुज चौधरी के अनुसार, ‘व्यापारी अमेरिका से एम्पायर स्टेट मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स डेटा से इस बात की जानकारी ले सकते हैं। डॉलर-रुपया मौजूदा बाजार दर (USD-INR Spot Price) के 83.30 रुपये से 83.80 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।’
सेंसेक्स और निफ्टी ने बनाया रिकॉर्ड
सेंसेक्स 145.52 अंक चढ़कर 80,664.86 अंक के नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। इसके साथ ही निफ्टी 84.55 अंक की बढ़त के साथ 24,586.70 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इसी बीच अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया नौ पैसे टूटकर 83.60 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। आज आई उछाल में विदेशी फंडों की ताजा आमद और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खरीदारी की अहम भूमिका रही।