रूस की सेना ने गुरुवार को यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर कई तरह के रॉकेट, क्रूज और बलिस्टिक मिसाइलों से भीषण हमला किया। 70 दिनों से जारी यूक्रेन जंग में परमाणु हमले का खतरा बढ़ता जा रहा है।
विस्थापितों की यह संख्या दूसरे विश्व युद्ध के बाद की सर्वाधिक बताई जा रही है। रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार उसकी सेना ने मिसाइल प्रणालियों, हवाई क्षेत्रों और मिसाइल दागने में सक्षम सुरक्षित बुनियादी ढांचे जैसे लक्ष्यों पर एक से ज्यादा हमलों का अभ्यास किया
विशेषज्ञों के मुताबिक यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस तबाही मचाने वाला स्मर्च रॉकेट सिस्टम इस्तेमाल कर रहा है। यह वही रॉकेट सिस्टम है जिसका इस्तेमाल भारतीय सेना करती है।
प्रत्येक स्मर्च रॉकेट सिस्टम ट्रक पर रखा जाता है और यह मात्र 38 सेकंड में 12 रॉकेट फायर कर सकता है। भारतीय सेना के पास मौजूद स्मर्च रॉकेट 90 किमी तक मार कर सकते हैं, वहीं रूसी रॉकेट की क्षमता और ज्यादा मानी जाती है।