लखनऊ. जनता दल (यू) के प्रदेश पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन भैया ने पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर मौजूदा विधानसभा चुनाव न लड़ने पर मायूसी जताते हुए कहा है और वे अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा चुनाव न लड़ने का स्पष्ट सन्देश न देने के कारण कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति बन गई थी। ऐसी स्थिति में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने जो निर्णय लिया वह निर्णय केवल उनका नहीं बल्कि सभी कार्यकर्ताओं का है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्य्क्ष नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ही अपने पहले संबोधन में पार्टी का विस्तार करने की बात कही थी। इसी क्रम में उ0प्र0 में पार्टी विस्तार को लेकर कई रैलियां की गई। इन रैलियों की सफलता के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आश्वासन दिया था कि पार्टी प्रदेश में विधान सभा चुनाव लड़ेगी जिसका रैली में उपस्थित जनसमूह ने जोरदार भी स्वागत किया। लेकिन विधान सभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद पार्टी नेतृत्व ने अचानक चुनाव न लड़ने का फैसला लेकर सभी निष्ठावान कार्यकर्ताओं को सकते में डाल दिया,और इसके पीछे कारण बताया गया कि अगर पार्टी लड़ेगी तो साम्प्रदायिक शक्तियों को ताकत मिलेगी और धर्म निरपेक्ष्य ताकतें कमजोर होंगी।
भैया ने कहा कि नेतृत्व के इस निर्णय से उदासीन एवं दिशाहीन कार्यकर्ताओं को लामबंद करने और दिशा देने हेतु प्रदेश पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सलाह मशविरा कर यह निष्कर्ष निकाला कि भाजपा से केवल समाजवादी कांग्रेस गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ रहा है।इसी क्रम में सपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस गठबंधन के लिए समर्थन माँगा, जिस पर विचार करते हुए तथा सपा कांग्रेस के घोषणा पत्र में माo नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बिहार की तमाम कल्याणकारी योजनाओं को देखते हुए समर्थन देना उचित समझा गया।
इस समर्थन बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केo सीo त्यागी का बयान आया कि हमारी पार्टी उoप्रo में किसी का समर्थन नहीं कर रही है और प्रदेश इकाई भंग है। सुरेश निरंजन ने कहा कि राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के इस बयान का हम सभी जोरदार ढंग से खण्डन करते हैं। उन्होंने कहा कि इकाई भंग होने की किसी को भी जानकारी नहीं है और हमारे सभी पार्टी पदाधिकारी एवं जिलाध्यक्ष एकजुट हैं। इस गैर संवैधानिक निष्कासन के बाद प्रदेश के सभी पदाधिकारी एवं जिलाध्यक्षों ने अपने-अपने त्याग पत्र केंद्रीय नेतृत्व को भेजकर इस असंवैधानिक कृत्य की निंदा करते हुए जोरदार खंडन किया है।
इस मौके पर उपस्थित साथियों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी को कमजोर करने वाली ताकतों का हम सभी डटकर मुकाबला कर रहें हैं। बैठक के अंत में सपा गठबंधन को इस चुनाव में सांप्रदयिकता के खिलाफ पार्टी का समर्थन जारी रखने का एकराय होकर सभी ने अपना समर्थन दिया। बैठक में सर्वेश कटियार, राणा प्रताप यादव, जुवैर अहमद कुरैशी, डाo लोलारख उपाध्याय, फैजी राजी खान, इंद्रबहादुर सिंह, फखरुद्दीन, सर्वेश राय, डाo सलीम खान, अशोक बाजपेयी, सतीश सिंह, रवि तिवारी, दिनेश शाही, गौतम लाल श्रीवास्त,, डाo मंजू वर्मा, चन्दा सिंह, शालिनी सिंह, प्रमिला सिंह, महेंद्र सिंह निरंजन, महेश परिहार, बदरुद्दीन सिद्दीकी, रामानुज शर्मा, जीतेन्द्र सिंह, अशोक निरंजन, प्रवीण चौधरी, राम सागर वर्मा, नीलेश दिक्षित, दिलीप श्रीवास्तव, जंग बहादुर पटेल, संतोष सिंह, विद्युत सिंह,अतुल प्रताप सिंह, रामजी गुप्ता, मन्नी लाल, महेश प्रजापति, अम्बरीष गुप्ता, महेश शुक्ला, सचिदानंद त्रिपाठी, राज किशोर कुशवाहा, इकबाल सिंह, चन्दा सिंह, आरo डीo यादव, तेज बहादुर यादव आदि उपस्थित रहे।