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‘आत्मनिर्भर और सक्षम’ वायुवीरों ने दुनिया को दिखाई अपनी ताकत

गाजियाबाद। भारतीय वायुसेना ने हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में अपना 89वां एयरफोर्स – डे मनाया। इस दौरान भारतीय वायुसेना के विमानों ने शुक्रवार को आसमान में अपनी ताकत दिखाई। हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में परेड ग्राउंड पर वायुवीरों ने कदमताल कर सामंजस्य का परिचय दिया तो आकाश में राफेल, तेजस व सुखोई की गर्जना सुनाई पड़ी। सीडीएस जनरल विपिन रावत, नौसेना प्रमुख कर्मबीर सिंह और थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने परेड की सलामी ली। इस बार भारतीय वायुसेना ने अपना थीम ‘आत्मनिर्भर और सक्षम’ रखा है।

जब मैं सुरक्षा परिदृश्य को देखता हूं जिसका आज हम सामना कर रहे हैं तो मैं पूरी तरह से सचेत हूं कि मैंने एक महत्वपूर्ण समय पर कमान संभाली है। हमें राष्ट्र को बताना चाहिए कि बाहरी ताकतों को हमारे क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। – विवेक राम चौधरी, एयर चीफ मार्शल

हिंडन एयरबेस पर 6500 फीट की ऊंचाई से डकोटा विमान से आकाशगंगा की टीम ने उड़ान भरी। आकाशगंगा की उपस्थिति 1971 युद्ध की विजय गाथा का एहसास कराती है। बता दें कि 1971 में भी भारतीय थल सेना के पैराजम्पर्स दल ने डकोटा विमान से ही जम्प किया था। एयर शो के दौरान पिछले साल भारतीय वायुसेना में शामिल राफेल और भारत में ही विकसित विमान तेजस सबके आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम की शुरुआत पैराजंपर टीम आकाशगंगा के साथ हुई। टीम के सदस्यों ने आठ हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर पैराशूट से एयरफोर्स स्टेशन के परेड ग्राउंड पर उतारा। एक फॉर्मेशन पर आकर उन्होंने तीन पैराशूट को तिरंगे के रूप में प्रदर्शित किया। दो चिनूक हेलिकॉप्टर एम-7 गन लादकर उड़े और मेघना फार्मेशन बनाया। 5 एमआई-35 हेलिकॉप्टर आसमान में एकलव्य फॉर्मेशन में दिखाई दिए।

9 सूर्य किरण विमानों ने डायमंड की फार्मेशन दी। राफेल, तेजस और सुखोई की तिकड़ी ने ट्रांसफार्मर फार्मेशन बनाकर लोगों को अपनी ताकत का अहसास कराया। इसके साथ ही सूर्यकिरण एरोबेटिक्स टीम और सारंग हेलीकाप्टर की टीम ने आकाशीय करतब से लोगों को रोमांचित किया। तो वहीं विंजेट विमान टाइगरमोथ और डकोटा ने लोगों को वायुसेना के ऐतिहासिक शौर्य से रूबरू करवाया। कार्यक्रम को लेकर एयरबेस के आसपास सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद रही। कोविड के चलते बेहद कम लोगों को ही इस कार्यक्रम में एयर शो देखने की अनुमति दी गई थी।

फहराया दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा

स्थापना दिवस के मौके पर हिंडन एयरबेस में दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया गया। खादी से बने इस तिरंगे की लंबाई 225 फुट और चौड़ाई 150 फुट है। जिसका वजन करीब एक हजार किलो है। अभी दो अक्तूबर 2021 को केंद्र शासित राज्य लेह में ठीक इतने ही लंबे-चौड़े और वजनी तिरंगे का उपराज्यपाल आरके माथुर ने अनावरण किया था। इसे 57 इंजीनियर रेजीमेंट कोर ने तैयार किया है।

जीनेट विमान का प्रदर्शन

यह स्थापना दिवस कई मायनों में भी अहम रहा। सबसे प्रमुख तो यह है कि भारत-पाक युद्ध की विजय को 50 साल पूरे हुए हैं। वायुसेना ने इस खास मौके पर उस विमान ‘अजित जीनेट’ को प्रदर्शित किया, जिसने 1971 के युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। यह विमान यूके निर्मित है। 1971 के युद्ध में इस विमान ने पाकिस्तान के फाइटर प्लेन खदेड़ दिए थे और दो विमानों को नष्ट भी कर दिया था।

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