Breaking News

नवयुग कन्या महाविद्यालय में “अर्थशास्त्र में अनुसंधान: विचार, विधि एवं दृष्टिकोण” विषय पर संगोष्ठी आयोजित 

लखनऊ। आज नवयुग कन्या महाविद्यालय, लखनऊ में अर्थशास्त्र विभाग एवं अनुसंधान और विकास प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में “अर्थशास्त्र में अनुसंधान: विचार, विधि एवं दृष्टिकोण” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन एवं माँ सरस्वती को पुष्पांजलि अर्पित कर हुआ। डॉ प्रतिमा घोष ने अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम को गति प्रदान की।

नवयुग कन्या महाविद्यालय में "अर्थशास्त्र में अनुसंधान: विचार, विधि एवं दृष्टिकोण" विषय पर संगोष्ठी आयोजित 

इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप मे डॉ योगेश बंधु स्टेट काॉर्डिनेटर, वर्ल्ड बैंक तथा विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ कविता बलियान, गिरि इंस्टीट्यूट ऑफ डवलपमेंट स्टडीज, लखनऊ रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय द्वारा की गयी। प्राचार्या एवं डाॅ शर्मिता नंदी अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्षा द्वारा अतिथियों को स्मृति चिह्न और पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।

👉आज है ‘जितिया’ महापर्व, संतानों की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए इस तिथि में इस मुहूर्त में करें पूजा

विशिष्ट वक्ता डाॅ कविता बलियान ने अनुसंधान के महत्व एवं भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अच्छे अनुसंधान के लिए समाज की रचना, आर्थिक एवं राजनीतिक दशाओं, इतिहास तथा साहित्य का अध्ययन आवश्यक है। आकंड़ों के संकलन, व्यवस्थापन एवं विश्लेषण में उपयुक्त अनुसंधान पद्धतियों का चयन कर परिकल्पना को किस प्रकार सत्यापित किया जाता है। मुख्य वक्ता डॉ योगेश बंधु ने अर्थशास्त्र में अनुसंधान की समाज में उपयोगिता के बारें में विस्तार से बताया कि कैसे रोज की जिंदगी में अर्थशास्त्र काम करता है जब हमें कोई चीज अच्छी है या बुरी लगती है, अच्छे या बुरा होने की वही बजह अनुसंधान का विषय बनती है जिसके कारण समाज में सर्विस उत्पन्न होती हैं।


नवयुग कन्या महाविद्यालय में "अर्थशास्त्र में अनुसंधान: विचार, विधि एवं दृष्टिकोण" विषय पर संगोष्ठी आयोजित 

प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने अपने अध्यक्षीय भाषण में छात्राओं को नयी शिक्षा नीति के तहत अनुसंधान का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि छात्राओं को अपनी रुचि अनुसार समस्या का चयन कर छोटे-छोटे अनुसंधान करना चाहिए। सरकारी योजनाओं पर अनुसंधान करने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित किया।

डॉ श्वेता उपाध्याय धर ने कार्यक्रम का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्षा डॉ शर्मिता नंदी ने किया। अर्थशास्त्र विभाग की वरिष्ठ प्रवक्ता डाॅ नीतू सिंह और डाॅ अन्जुला कुमारी ने इस कार्यक्रम में सहयोग किया। अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ की काॉर्डिनेटर प्रो अर्चना सिन्हा एवं सदस्य प्रो सुषमा त्रिवेदी, प्रो राशिदा खातून, प्रो निशि गुप्ता, डाॅ अर्पणा राय उपस्थित रही। महाविद्यालय की समस्त सम्मानित प्रवक्ताओं ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढायी। बीए, बीएससी एव बीकाम संकाय से छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

About Samar Saleel

Check Also

‘दोषसिद्धि नैतिक नहीं, साक्ष्य आधारित ही हो सकती है’, अदालत ने अपहरण-हत्या केस में रणदीप सिंह को बरी किया

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी मामले में नैतिक दोषसिद्धि नहीं हो सकती। अदालतें केवल ...