प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि उनका विभाग 7000 करोड़ से अधिक की धनराशि का निवेश लाने में सफल रहा है। इन निवेश प्रस्तावों से अगले पांच वर्षों में 7.50 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि बदलते परिवेश में प्रशिक्षकों को भी प्रशिक्षण की जरूरत है। अभी विभाग के पास प्रति वर्ष नौ लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिलाने की क्षमता है, लेकिन सीटें खाली रह जाती हैं। टाटा समूह के सहयोग से 150 राजकीय आईटीआई का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही कई नए कोर्स एवं शार्ट टर्म कोर्स भी शुरू किए गए हैं। प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार ने प्रशिक्षु योजना, आन जॉब ट्रेनिंग तथा ड्यूल सिस्टम आफ ट्रेनिंग के तहत दिलाए जा रहे प्रशिक्षण के कार्यक्रमों की जानकारी दी।
कौशल विकास के सत्र को संबोधित करते हुए कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि निवेशकों के यूपी आने और अपने उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए कुशल एवं हुनरमंद युवाओं की जरूरत होगी, जिसे व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन द्वारा किया जाएगा। प्रदेश में आने वाले उद्योगों के लिए ‘स्किल मैपिंग’ की जाएगी। आज प्रदेश में 305 राजकीय तथा 3200 से अधिक निजी आईटीआई के माध्यम से प्रति वर्ष चार लाख से अधिक युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ-साथ कौशल विकास मिशन भी प्रति वर्ष दो लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करा रहा है।