बछरावां/रायबरेली। विकास खंड बछरावां के शंभू खेड़ा मजले उमरपुर में आने जाने के लिए है नहीं कोई कोई नहीं है। व्यवस्थित रास्ता मौजूदा प्रदेश सरकार लगभग साडे 3 साल से गड्ढा मुक्त सड़कों का दम भर्ती नजर आ रही है।
किंतु ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का क्या हाल है इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है। शंभू खेड़ा में आने जाने के मुख्य रास्ते में जगह जगह घंटियां हैं कीचड़ से भरे गड्ढा युक्त सड़कों से लोगों को आने जाने में खासा परेशानी होती है।
ग्रामीणों से बात करने पर पता चला बरसात के दिनों में आने जाने राहगीरों को जगह जगह भारी गड्ढों में उतर कर जाना पड़ता है। वैसे तो इस समय विद्यालय कोरोना वायरस के चलते बंद पड़े हैं किंतु विद्यालय खुले होने की स्थिति में बच्चों को कनखियों से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे उनकी ढसे खराब हो जाती है ।कई बार वह कीचड़ में लथपथ भी हो जाते हैं।
ग्रामीणों ने बताया की प्रधान जीतेंद्र कुमार यादव की उदासीनता के कारण मुख्य सुविधाओं से वंचित है। उमरपुर का शंभू खेड़ा गांव ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग की है। की शंभू खेड़ा का मार्ग दुरुस्त कराया जाए जिससे लोगों को आने-जाने में सुविधा मिल सके।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा