अगस्त में श्री राम मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन के साथ ही कई पर्व भी है। वैसे भूमि पूजन व सामाजिक,धार्मिक पर्वों की तुलना नहीं हो सकती। भूमि पूजन एक स्थान पर है। यह पहले ही तय हो गया है कि इसमें कोरोना बचाव के दिशा निर्देशों का पालन होगा। निर्धारित संख्या में ही लोगों को इसमें भागीदारी का अवसर मिला है। योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कहा था कि अन्य लोगों को इस व्यवस्था से नाराज नहीं होना चाहिए। वर्तमान कोरोना संकट के कारण ऐसा करना अपरिहार्य था। अन्य सभी लोगों के लिए दूरदर्शन पर सजीव प्रसारण की विशेष व्यवस्था की गई है। लोगों से उस दिन घरों में ही रहकर दीप प्रज्वलित करने का आग्रह किया गया है। योगी का प्रयास है कि दिशा निर्देशों के साथ ही यह कार्यक्रम आस्था के अनुरूप होना चाहिए। निर्देशों के बाद भी इसको भव्य दिव्य बनाया जा सकता है। जबकि सामाजिक धार्मिक त्योहार अभी तक समाज में व्यापक रूप से मनाए जाते रहे है। यह अयोध्या के उस स्थल तक सीमित नहीं रहते। इसलिए इन पर्वों में सावधानी जरूरी है। सरकार ने इसके लिए कोरोना बचाव संबधी दिशा निर्देशों के पालन को आवश्यक बताया है।
पिछले तीन वर्षों के दौरान अयोध्या जी में अनेक अभूतपूर्व कार्य हुए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यहां के प्रति आस्था है,लेकिन उन्होंने मात्र इसी दृष्टि से नहीं अयोध्या को विकास के परिप्रेक्ष्य देखा है। यह विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगरी है। यहीं से रामराज्य के आदर्श सुशासन का संदेश मिला। भारत ही नहीं विश्व के करोड़ों लोगों की यहां के प्रति आस्था है। यहां विश्व स्तरीय पर्यटन व तीर्थाटन की अपार संभावना रही है। योगी आदित्यनाथ ने इसी तथ्य को समझा,और इसी के अनुरूप यहां के लिए योजनाएं बनाई। विकास कार्यों को गति दी गई। यहां का दीपोत्सव दुनिया के लिए आश्चर्य का विषय बना। इसी अवधि में जन्मभूमि पर श्री राम लला विराजमान मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। इसके लिए भूमि पूजन की तिथि भी निकट आ रही है।
पिछले कुछ दिनों में योगी दो बार अयोध्या जी की यात्रा पर गए। यहां उन्होंने कोरोना राहत के साथ ही विकास कार्यों की समीक्षा की,भूमि पूजन की तैयारियों को देखा। इसके दृष्टिगत निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आगामी पर्वों व अयोध्या कार्यक्रम के सम्बन्ध में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया। कहा कि पर्वों में शांति व्यवस्था सुनिश्चित रहे। सोशल डिस्टेनसिंग का पालन का पालन होना चाहिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आपदा राहत कार्यो को मुस्तैदी से जारी रखने के निर्देश दिए। कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एमएसएमई सेक्टर को विशेष आर्थिक पैकेज के अन्तर्गत लाभान्वित किए जाने हेतु सभी जनपदों में बैंकर्स कमेटी की बैठकें कर ली जाएं।
कृषि अवस्थापना के तहत मिलने वाले विशेष आर्थिक पैकेज का भी लाभ जरूरतमन्दों को मिलना चाहिए। इसके अलावा यह सुनिश्चित होना चाहिए कि लोग घरों में रहकर ही त्योहार मनाएं। कोई भी कार्यक्रम सार्वजनिक स्थानों पर ना हो। मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के विशेष प्रबन्ध,निर्बाध विद्युत एवं जलापूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। खाद्यान्न वितरण का सुचारू व पारदर्शी संचालन होना चाहिए। प्रत्येक माह में दो बार खाद्यान्न वितरण किया जाएगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी आपदा राहत के सभी प्रयास किये जा रहे है। पशुओं के चारे की व्यवस्था भी की गई है।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री