लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने कहा कि डाॅ. कफील लगभग डेढ वर्ष से जेल में बंद हैं और उनका परिवार उनकी अनुपस्थिति में असहाय जीवन जीने को मजबूर है। डाॅ. कफील पर लगाये गये समस्त आरोपों में क्लीन चिट मिल चुकी है फिर भी प्रदेश सरकार द्वारा अनुभवी बाल रोग विषेषज्ञ के साथ हठधर्मिता और साम्प्रदायिक भावना के वषीभूत होकर व्यवहार कर रही है।
डाॅ. अहमद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हुये कहा कि किसी भी व्यक्ति के साथ धर्म के आधार पर सरकार द्वारा किया जा रहा भेदभावपूर्ण रवैया समाज व संविधान के प्रति घातक है। डाॅ. कफील के मामले में सरकार की नीति और नीयत सवालों के घेरे में है। मुस्लिम समुदाय के साथ साथ सभी वर्गो में उनके साथ हो रहे अन्याय के प्रति आक्रोष है जिस पर सरकार को न्यायसंगत कदम उठाते हुये उनकी रिहाई का रास्ता साफ करना चाहिए।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोगो में किसी प्रकार की कुण्ठा व्याप्त न हो इसके लिए सरकार को चाहिए कि डाॅ. कफील पर दर्ज मुकदमों को वापस लेकर उनकी रिहाई का रास्ता साफ करते हुये सह्दृयता का व्यवहार किया जाना चाहिए।