“उसके बाद ऊखल खींचते हुए बाहर ले गए। जहां पर यमलार्जुन के नाम से खड़े दो पेड़ों के बीच से ऊखल फंसाकर उन्हें धराशायी कर कुबेर के श्रापित दो पुत्रों मणिग्रीव और नीलकूबर का उद्धार किया।”– भागवाताचार्य
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, April 11, 2022
औरैया। तहसील क्षेत्र के गांव साहूपुर के श्री भोलेनाथ मंदिर परिसर में श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ समारोह का आयोजन चल रहा है। जिसमें सोमवार को भागवताचार्य विनोद कुमार तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया।
भागवताचार्य विनोद कुमार तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा “माता यशोदा द्वारा नटखट भगवान श्रीकृष्ण की शरारतों से परेशान होकर जब उन्हें ऊखल से बांधना चाहा तो गांठ लगाते समय रस्सी छोटी पड़ गयी थी। जब घर की सभी रस्सियों को मिलाकर भगवान को बांधने का प्रयास किया तो भी उन्हें नहीं बांध पायीं और परेशान हो जातीं हैं।”
उन्होंने कहा कि “क्या कोई जीव ब्रम्ह को बंधन में बांध सकता है? वैसे ही यशोदा रूपी जीव ने कृष्ण रूपी ब्रम्ह को क्रोध रूपी बंधन में बांधने के अनेकों प्रयास किए लेकिन हर बार असफल रही। बाद में भगवान कृष्ण स्वयं माता के बंधन में बंध गए।”
भागवताचार्य ने बताया कि “उसके बाद ऊखल खींचते हुए बाहर ले गए। जहां पर यमलार्जुन के नाम से खड़े दो पेड़ों के बीच से ऊखल फंसाकर उन्हें धराशायी कर कुबेर के श्रापित दो पुत्रों मणिग्रीव और नीलकूबर का उद्धार किया।”
भागवताचार्य ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के पैदा होने के बाद कंस ने उन्हें मारने के लिए अपने राज्य की सबसे बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है। पूतना भगवान श्रीकृष्ण को विषपान कराने का प्रयास करती है। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण उसके स्तनपान कर उसको ही मौत के घाट उतार देते है।
एक अन्य प्रसंग की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जब भगवान श्रीकृष्ण ने इन्द्र का पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन का पूजन की बात कही। तो इससे इन्द्र क्रोधित हो जाते है और ब्रज में भारी बारिश करते है। जिससे ब्रजवासियों को बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठा लेते है और बृजवासियों की रक्षा करते हैं।
भागवत कथा में परीक्षित उमा मिश्रा एवं शिवप्रकाश मिश्रा के अलावा रेखा मिश्रा, अलका त्रिपाठी, दीपा त्रिपाठी, प्रियंका, अनसुइया सेंगर, विनय मिश्रा, पंकज सेंगर प्रधान, रोहित अवस्थी, रवि कुमार, सुधीर सेंगर, प्रदीप कुमार सहित बड़ी संख्या में भागवत प्रेमियों ने कृष्ण की बाल लीलाओं का रसपान किया।
रिपोर्ट – अनुपमा सेंगर