• बैंक ने इस उत्सव के दौरान लगभग 2,200 करोड़ रुपए के कृषि ऋण मंजूर किए
लखनऊ। भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के एक प्रमुख बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बैंक) ने भारतीय किसानों के साथ अपने वार्षिक आउटरीच कार्यक्रम-बड़ौदा किसान पखवाड़ा के छठे संस्करण का सफलतापूर्वक समापन किया। कृषि उत्सव के दौरान, बैंक ने देश भर में 465,000 से अधिक किसानों को अपने साथ जोड़ा और समग्रतः 2,200 करोड़ रुपये से अधिक के कृषि ऋण मंजूर किए।
देश भर में मुख्य रूप से कृषि ग्राहकों को सेवा प्रदान करने वाली बैंक की अर्ध शहरी और ग्रामीण शाखाओं के नेटवर्क तथा कुछ मेट्रो और शहरी शाखाओं ने भी इस उत्सव में सक्रिय रूप से भाग लिया। किसान पखवाड़े के दौरान बैंक ने किसानों की बैठकों, चौपाल, किसान मेलों और स्वास्थ्य शिविरों (मृदा, पशुओं और किसानों के लिए) संबंधी विभिन्न आयोजन किए।
इस अवसर पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक अजय के खुराना ने कहा, “हमें बड़ौदा किसान पखवाड़ा के छठे संस्करण के सफल समापन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। सार्वजनिक क्षेत्र का एक अग्रणी बैंक होने के नाते, भारतीय कृषक समुदाय की बेहतर सेवा के लिए बैंक ऑफ़ बड़ौदा विभिन्न पेशकशों और कृषि ऋण में विस्तार करने की प्रतिबद्धता के साथ, एक मजबूत कृषि अर्थव्यवस्था का पोषण करने के अपने मिशन में अटल व दृढ़संकल्प है।”
बैंक ने पखवाड़े के दौरान “घर-घर केसीसी अभियान” के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड ड्राइव जैसी विभिन्न पहलों को लेकर जागरूकता का प्रसार करने के लिए किसानों तक अपनी पहुँच बनाई। इसके साथ ही बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने कृषक
समुदाय को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से अपने कृषि उत्पादों, योजनाओं/पेशकशों और डिलीवरी चैनलों के बारे में जागरूकता का प्रसार किया।
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इस आयोजन ने भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न आत्मनिर्भर भारत योजनाओं, जैसे कि कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ), पशुपालन अवसंरचना विकास निधि (एएचआईडीएफ), प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई), पीएम फोर्मेलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज स्कीम (पीएम-एफएमई) आदि को प्रोत्साहित करने में भी मदद की। बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा 30 सितंबर, 2023 तक कृषि क्षेत्र को दिया गया ऋण 1,30,694 करोड़ रुपये था, जो वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 13.7% की वृद्धि दिखाता है।