सुल्तानपुर। कादीपुर विधानसभा क्षेत्र (Kadipur Assembly Constituency) के पूर्व विधायक सपा नेता भगेलू राम (Former MLA SP Leader Bhageluram) के आवास/कैम्प कार्यालय पर शुक्रवार को समाज सुधारक, दार्शनिक और लेखक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाई गई (Mahatma Jyotiba Phule Birth Anniversary)। इस अवसर पर भगेलू राम ने कहा कि ज्योतिबा फुले का जीवन और उनके विचार व महान कार्य आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने हुए हैं।
पूर्व विधायक सपा नेता भगेलू राम ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ज्योतिबा फुले को महात्मा फुले के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, महिलाओं, दलितों एवं पिछड़े वर्ग के उत्थान तथा सामाजिक जड़ताओं व कुरीतियों को दूर करने के लिए समर्पित कर दिया। महात्मा ज्योतिबा फुले का परिवार कई पीढ़ी पहले सतारा से पुणे आकर फूलों के गजरे आदि बनाने का काम करने लगा था। माली के काम में लगे ये लोग फुले के नाम से जाने जाते थे।
सपा नेता भगेलू राम ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले की विचारधारा स्वतंत्रता, समानता और समाजवाद पर आधारित थी। फुले का मानना था कि समाज की बुराइयों से निपटने का एकमात्र जरिया स्त्रियों, निम्न वर्ग के लोगों को शिक्षा प्रदान करना है। वर्ष 1873 में उन्होंने अपने अनुयायियों के साथ मिलकर सत्यसोधक समाज का गठन किया।
कार्यक्रम को बतौर मुख्य वक्ता सम्बोधित करते हुए आश्रम पद्धति विद्यालय के पूर्व अधीक्षक भगवान दीन ने कहा कि महात्मा फुले महिलाओं को स्त्री-पुरुष भेदभाव से बचाना चाहते थे। इसके लिए स्त्रियों को शिक्षित करना बेहद आवश्यक था। उन्होंने अपनी पत्नी में पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी देखकर उन्हें पढ़ाने का मन बनाया और प्रोत्साहित किया। सावित्रीबाई ने अहमदनगर और पुणे में टीचर की ट्रेनिंग ली। उन्होंने साल 1848 में पुणे में लड़कियों के लिए देश का पहला महिला स्कूल खोला। इस स्कूल में उनकी पत्नी सावित्रीबाई पहली शिक्षिका बनीं।
जयंती कार्यक्रम में सपा विधानसभा अध्यक्ष रंजीत यादव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताराम यादव, सुनील यादव एडवोकेट, विपिन कुमार, बुद्धिराम पेन्टर, मुन्ना लाल प्रधान सहित अनेक लोग उपस्थित थे।