श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे इस सप्ताह नई दिल्ली का दौरा करने वाले हैं, और इस दौरान दोनों देशों के बीच भारत की ओर से पेश 45 करोड़ डॉलर के ऋण के कार्यान्वयन एजेंडे को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। एक मीडिया रपट से मंगलवार को इसकी जानकारी मिली। डेली फाइनेंशियल टाइम्स की रपट के अनुसार, सोमवार को जारी एक बयान में, राजपक्षे के कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने बीते नवंबर नई दिल्ली का दौरा किया था, जिस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋण की घोषणा की थी। गोटाबाया ने यह दौरा राष्ट्रपति निर्वाचित होने के तुरंत बाद किया था।
कार्यालय के अनुसार, 40 करोड़ डॉलर आधारभूत परियोजनाओं के लिए और पांच करोड़ डॉलर आतंकवाद से लड़ाई समेत अन्य सुरक्षा जरूरतों के लिए दिए जाएंगे। महिंदा राजपक्षे मोदी के आमंत्रण पर 7 से 11 फरवरी के बीच भारत के दौरे पर रहेंगे।
नवंबर 2019 में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला विदेशी दौरा होगा।
बयान के अनुसार, श्रीलंकाई प्रधानमंत्री, मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करेंगे।
बयान के अनुसार, “प्रस्तावित बैठकों से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे, जोकि दोनों देशों के बीच पहले से ही मौजूद हैं, जिसमें राजनीति, व्यापार विकास, रक्षा, संस्कृति और पर्यटन समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।”