यूपी, देश की सर्वाधिक जनसँख्या वाला प्रान्त है। इसके अलावा यहां भौगोलिक विविधता भी है। पूर्वांचल से लेकर बुंदेलखंड तक अनेक प्रकार की समस्याएं रही है। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश के समग्र विकास की कार्य योजना बनाई थी।
क्षेत्रीय विशेषता, आवश्यकता और समस्या के दृष्टिगत योजनाएं बनाई गई। उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया। कुछ वर्ष पहले तक बुंदेलखंड में हर घर नल से जल का सपना देखना भी मुश्किल था। चार वर्षों में यह साकार होने लगा है। पूर्वांचल में जापानी बुखार की समस्या चार दशकों से चल रही थी। पिछली सरकारों ने इस पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया। योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से इस समस्या समाधान हो रहा है।
इंसेफेलाइटिस से होने वाली मृत्यु की दर पंचानबे प्रतिशत तक कम हो चुकी है। इसके अलावा प्रदेश के सभी क्षेत्रों में एक्सप्रेस वे निर्माण और निवेश का लाभ पहुंच रहा है। गोरखपुर में आयोजित हिंदुस्तान पूर्वांचल समागम में योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। विगत चार वर्षों में इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया। उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट में 4.68 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। जिनमें से 3.68 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव जमीन पर भी उतर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे,बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे,गंगा एक्सप्रेस-वे जैसे विभिन्न इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर कार्य किया जा रहा है। सभी तहसील मुख्यालयों को दो-लेन व चार-लेन से जोड़ा जा रहा है। दो शहरों में मेट्रो रेल का संचालन हो रहा है। माह नवम्बर तक आगरा और कानपुर में भी मेट्रो रेल संचालित होने लगेगी। गोरखपुर, वाराणसी,मेरठ और झांसी में भी मेट्रो रेल परियोजना पर कार्य किया जा रहा है।