लखनऊ में ऐसा क्या है, जो किसी को भी अपनी तरफ़ बरबस खींच लेता है. वो कौन सा जादू है जो मिटाए नहीं मिटता. शहर के लोग, उनकी तहज़ीब, मजेदार खाने, पुरानी दीवारें और उनमें क़ैद सदियों का इतिहास. लखनऊ के अतीत की कहानियां राजसी तिलिस्मों, खूनी संघर्षों, हंसी-ठिठोलियों, विश्वासघातों, अत्याचारों, कलाओं के उदय, उत्कर्ष और मौत से भरी पड़ी हैं.
लखनऊ की पुरानी इमारतें, चाहे वो दि रेजिडेंसी हो या इमामबाड़ा, पुराने शहर की जर्जर कोठियां हों या दफन हो चुकी सल्तनत की साक्षी क़ब्रगाहें. जरा ठहरकर सुनेंगे तो ये आपको बारहा अपनी कहानियां सुनाएंगी. लखनऊवासियों के लिए ऐसा ही एक मौका लेकर आ रहा देश का पहला और इकलौता ट्रैवेल पोर्टल ‘चलत मुसाफ़िर’.
आगामी 8 दिसम्बर को चलत मुसाफ़िर की तरफ से एक हेरिटेज वॉक आयोजित करवाई जा रही है. जगह होगी दि रेजिडेंसी. लखनऊ शहर के अज़ीम आशिक़ और आप सबके चहेते दास्तानगो हिमांशु बाजपेयी ख़ुद आप सबको लखनऊ के इस बहुत ही ख़ास कोने ‘दि रेजीडेंसी’ की सैर कराएंगे. हिमांशु एक मशहूर दास्तानगो हैं. जिनकी दास्तानगोई की धमक देश के साथ-साथ विदेश में भी है. हिमांशु लोकप्रिय वेबसीरीज ‘सैक्रेड गेम्स’ के दूसरे पार्ट में भी किस्से सुनते नज़र आए थे.
चलत मुसाफ़िर की फाउंडिंग एडिटर प्रज्ञा श्रीवास्तव के मुताबिक़, लखनऊ से मुझे भी अगाध प्रेम है. हमेशा से ख्वाहिश थी कि लखनऊ के किसी कोने में बैठकर इसके बारे में बात की जाए. वो मौका फाइनली आ गया है. दि रेजीडेंसी के अलग-अलग हिस्सों के अतीत-वर्तमान से गुजरते हुए, अनोखे और दिलचस्प क़िस्से सुनते हुए वो रविवार बीतेगा. वॉक कुल 2 घंटे की होगी. ये वॉक सुबह 10 बजे शुरू होगी. सभी आगुन्तकों को इकट्ठा होना होगा दि रेजीडेंसी के मेन गेट पर, सुबह 9.45 बजे
जो लोग भी इस वॉक में शामिल होने के लिए इच्छुक हैं, वो रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इस लिंक पर जाएं: https://imjo.in/tk5hx2