रायबरेली। महान संत स्वामी विवेकानन्द युवाओं के प्रेरणाश्रोत और वेदान्त के विख्यात प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरू थे, इन्होनें अमेरिका के शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था, वे संत राम कृष्ण परमहंस के शिष्य थे। भारत में स्वामी विवेकानन्द को एक देश भक्त एवं सन्यासी के रूप में जाना जाता है, उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उक्त उद्गार सपा के जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने समाजवादी पार्टी के जिला मुख्यालय के सभागार में संत स्वामी विवेकानन्द की जयन्ती पर आयोजित सभा में व्यक्त किया। श्री यादव ने कहा कि आज देश में करोड़ो पढ़े लिखे युवा बेरोजगार, किसान बेहाल, व्यापारी परेशान है, स्कूलों की फीस लगातार बढ़ने से गरीब युवा शिक्षा से वंचित होते जा रहे, युवाओं पर फर्जी अपराधिक मुकदमा दर्ज किया जा रहा, छात्र संघ चुनाव पर रोक लगायी गयी, छात्रों एवं युवाओं के साथ हो रहे संवेदन शून्य व्यवहार के आज सपा के लोगों ने जनपद में 70 स्थानों पर ‘‘युवा घेरा’’ कार्यक्रम में युवाओं के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठायी जा रही है।
वर्तमान समय में उनके विचार और जीवन हमारे लिये प्रेरणादायी हैं। स्वामी विवेकानन्द मनुष्यांे को ईश्वर की संतान कहते थे, मैं दीन-दुखी दरिद्रों की सहायता करने के लिए नरक में जाने के लिए तैयार हूँ, जिनका पेट खाली हो उनके सामने धर्म का उपदेश करना केवल दंभ है।
सभा को वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश यादव, कोषाध्यक्ष श्रवण चैधरी, रामसेवक वर्मा, मो. शमशाद खान, राजेन्द्र यादव, राजेश मौर्य, मुकेश रस्तोगी, राहुल निर्मल बागी, अतुल प्रधान, डा. आई. जावेद, देशराज यादव, अरविन्द चैधरी, रंजीत यादव, देवतादीन यादव, आलोक आर्यन, सोनू पासी, हंसराज मटीहा, शत्रुघ्न पटेल, सुशील मौर्य, धर्मेन्द्र यादव, रवीन्द्र यादव, अब्दुल रसीद, नरेन्द्र यादव, मो. शाकिब कुरैशी ने अपने विचार व्यक्त किये। सभा का संचालन जिला महासचिव मो. अरशद खान ने किया।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा