भारतीय दर्शन में पूर्ण भक्ति की बहुत महिमा बताई गई। कहा गया कि सम्पूर्ण समर्पण भाव की भक्ति से प्रभु प्रसन्न होते है। राम चरित मानस की चौपाई है-निर्मल मन जन सो मोहि पावा। मोहि कपट छल छिद्र न भावा।। गोस्वामी तुलसीदास ने पांच प्रकार की भक्ति का वर्णन करते ...
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