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Tag Archives: Dr. Satyavan Saurabh

‘काग़ज़ की नाव’- मासूमियत, कल्पना और संवेदना का सागर

‘काग़ज़ की नाव’ (Kagaz Ki Naav) एक सजीव और संवेदनशील बाल काव्य संग्रह (Children’s Poetry Collection) है जो बच्चों की सरल और मासूम दुनिया को खूबसूरती से अभिव्यक्त करता है। डॉ सत्यवान सौरभ (Dr Satyavan Saurabh) की लेखनी में भाषा की सहजता, भावों की गहराई और लय की मिठास स्पष्ट ...

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मानवीय सन्दर्भों के सशक्त रचनाकार डॉ सत्यवान सौरभ

विभिन्न विषयों के साथ-साथ खास तौर पर सम्पादकीय और दोहे लिखने की महारत के फलस्वरूप इन्हें विभिन्न संस्थाओं द्वारा कई अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मान से सम्मानित किया गया है। तितली है खामोश (दोहा संग्रह), कुदरत की पीर (निबंध संग्रह), यादें (ग़ज़ल संग्रह), परियों से संवाद (बाल काव्य संग्रह) ...

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बेगानों से सोशल मीडिया के जरिये परवान चढ़ता प्रेम या फितूर

अपने बच्चों को लेकर/छोड़कर चल देने वाले ये रिश्ते आखिर किस सुख की तलाश में भटक रहे हैं? क्या इस भटकन की कोई मंजिल है? नारी नारायणी मिथक पुरातन पड़ गया है। क्या हो गया चरित्र और नैतिकता को? मुझे ऐसा लगा पीढ़ी परिवर्तन है। क्या आदत की लाचार ये ...

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बुराई तब बढ़ती है जब अच्छे लोग कुछ नहीं करते?

अच्छे लोगों पर अपने समुदाय को बनाए रखने के लिए बुराइयों के सामने बोलने और कार्य करने की जिम्मेदारी है। एडमंड बर्क ने कहा था; “बुराई की जीत के लिए केवल एक चीज जरूरी है कि अच्छे लोग कुछ न करें।” अल्बर्ट आइंस्टीन ने भी कहा था कि: “दुनिया उन ...

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राजनीतिक लाभ के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग

स्वतंत्र, कानून का पालन करने वाले संस्थान आवश्यक जांच और संतुलन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे मजबूत और लचीले लोकतंत्रों के लिए अंतिम आधार प्रदान करते हैं। हाल ही में, भारत में समाज के कमजोर वर्गों द्वारा विरोध की कई घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा, असहमति के ...

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सरकार की हेराफेरी, जनगणना में देरी

जनगणना में देरी का मतलब है कि 2011 की जनगणना के डेटा का इस्तेमाल जारी रहेगा। एक जनगणना तब होती है जब राज्य प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ता है और डेटा को छुपाना मुश्किल होगा। उम्र, लिंग, आर्थिक स्थिति, धर्म और बोली जाने वाली भाषाओं का पता लगाने से दूसरे क्रम ...

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अपनों से बेईमानी, पतन की निशानी!

हम दूसरों की आर्थिक स्थिति पर ज्यादा ध्यान देते हैं। अपनी स्थिति से असंतुष्टि ही हमें बेईमानी की तरफ धकेलती है। गरीब लोग अमीर बनने के चक्कर में और अमीर लोग अधिक अमीर बनने के चक्कर में छोटा रास्ता पकड़ते हुए धड़ाधड़ सब कुछ पा लेना चाहते हैं। छोटे रास्ते ...

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भगवान विश्वकर्मा, शिल्प कौशल के दिव्य वास्तुकार

विश्वकर्मा शिल्प कौशल के हिंदू देवता और देवताओं के वास्तुकार हैं। उन्होंने महलों, विमानों और देवताओं के दिव्य हथियारों को डिजाइन किया और बनाया। वह ब्रह्मांड के वास्तुकार भी हैं। उन्हें समर्पित विश्वकर्मा पुराण नामक एक पुराण है जिसमें उन्हें भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान शिव का निर्माता माना ...

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