भारत में पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली एक महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक मुद्दा बन चुका है। यह केवल सरकारी कर्मचारियों का ही नहीं, बल्कि देश की वित्तीय नीति और सामाजिक सुरक्षा का भी विषय है। 2004 में पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर नई पेंशन योजना (NPS) लागू की ...
Read More »Tag Archives: Dr. Satyawan Saurabh
आर्थिक सुरक्षा की गारंटी दे पायेगी एकीकृत पेंशन योजना?
हाल ही में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) की जगह एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) को मंजूरी दी है। यह टी के सुझावों पर आधारित है। सिफारिशें 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होंगी। यूपीएस के प्रस्ताव के अनुसार पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) और नई पेंशन ...
Read More »समान पैदावार के साथ स्वास्थ्य जोखिम कम करेगी प्राकृतिक खेती
25 नवंबर, 2024 को भारत सरकार ने रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने और एक करोड़ किसानों के बीच जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की शुरुआत की। राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन का उद्देश्य जैविक खेती की ओर बढ़ रहे किसानों को प्रशिक्षित करना और ...
Read More »बैन ड्रग्स के लिए युवाओं में बढ़ती तलब
ड्रग के दुरुपयोग से कई तरह की शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, जिनमें लीवर की बीमारी (शराब से) , संक्रामक रोग (इंजेक्शन ड्रग के इस्तेमाल में सुइयों को साझा करने के कारण) और ओवरडोज़ से होने वाली मौतें शामिल हैं। साथ ही, मादक द्रव्यों के सेवन का मानसिक स्वास्थ्य ...
Read More »Trump की जीत के भारत के लिए मायने
ट्रम्प (Trump) की जीत भारत के लिए व्यावसायिक रूप से चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद रणनीतिक रूप से फायदेमंद है। ट्रम्प की उल्लेखनीय वापसी के वास्तविक महत्त्व को समझने के लिए, हमें भावनाओं से आगे बढ़कर निहितार्थों की ओर बढ़ना होगा। अंतरराष्ट्रीय सम्बंधों में सिर्फ़ इतना ही काफ़ी नहीं होता। निजी ...
Read More »मेवात-मणिपुर सांप्रदायिक हिंसा विशेष: कब गीता ने ये कहा बोली कहां कुरान, करो धर्म के नाम पर धरती लहूलुहान
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि सांप्रदायिक हिंसा, झड़पों में बीते साल के मुकाबले ज़बरदस्त उछाल आया है। बीते कुछ दिनों में भारत के अलग-अलग राज्यों से एक के बाद एक सांप्रदायिक झड़पों की घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से सबसे हालिया घटना मणिपुर और हरियाणा के ...
Read More »National Panchayati Raj Day : बिखर गई पंचायतें रूठ गए है पंच, भटक राह से है गए स्वशासन के मंच
राज्य सरकार स्थानीय नौकरशाही के माध्यम से स्थानीय सरकारों को बाध्य करती हैं। उदाहरण के लिए, सार्वजनिक निर्माण परियोजनाओं के अनुमोदन के लिए अक्सर ग्रामीण विकास विभाग के स्थानीय अधिकारियों से तकनीकी स्वीकृति और प्रशासनिक अनुमोदन की आवश्यकता होती है, सरपंचों के लिए एक थकाऊ प्रक्रिया जिसके लिए सरकारी कार्यालयों ...
Read More »पृथ्वी दिवस : धरती माता की रक्षा करें और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर जगह बनाएं
महात्मा गांधी ने एक बार कहा था-पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं। मनुष्यों ने पिछले 25 वर्षों में पृथ्वी के जंगल के दसवें हिस्से को नष्ट कर दिया है और यदि प्रवृत्ति जारी रहती है ...
Read More »डॉक्टर और दवाइयों की कमी से जूझता देश का स्वास्थ्य
प्रत्येक 10,000 लोगों के लिए केवल एक एलोपैथिक डॉक्टर उपलब्ध है और 90,000 लोगों के लिए एक सरकारी अस्पताल उपलब्ध है। मासूम और अनपढ़ मरीजों या उनके रिश्तेदारों का शोषण किया जाता है। अधिकांश केंद्र अकुशल या अर्ध-कुशल पैरामेडिक्स द्वारा चलाए जाते हैं और ग्रामीण सेटअप में डॉक्टर शायद ही ...
Read More »समाज के ताने बाने से खिलवाड़ करती हेट स्पीच
साम्प्रदायिक एजेंट अक्सर चुनावी लाभ के लिए धर्म के नाम पर लोगों का ध्रुवीकरण करने के लिए हेट स्पीच का उपयोग करते हैं। साम्प्रदायिक घृणा फैलाने वाले भाषणों के कारण, भारत ने कई दंगे देखे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की रेंज और गुमनामी उन्हें दुरुपयोग के प्रति संवेदनशील बनाती है। ...
Read More »