सोशल मीडिया, टीवी चैनलों और अखबारों के जरिए आम लोगों के जान-माल को भूकंप से बचने के लिए सतर्क और सजग किया जा सकता है। भूकंप से जान-माल से बचाव न हो पाने की वजह यह भी है कि भूकंप आने का वक्त और अंतराल के बारे में वैज्ञानिक कुछ ...
Read More »Tag Archives: Dr. Satyawan Saurabh
विकलांग व्यक्तियों के लिए गरिमापूर्ण जीवन के हो प्रयास
हमारी शिक्षा प्रणाली समावेशी नहीं है। मामूली से मध्यम विकलांग बच्चों को नियमित स्कूलों में शामिल करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। विशेष स्कूलों की उपलब्धता, स्कूलों तक पहुंच, प्रशिक्षित शिक्षकों और विकलांगों के लिए शैक्षिक सामग्री की उपलब्धता जैसे कई मुद्दे हैं। इसके अलावा, उच्च शिक्षण संस्थानों में ...
Read More »आखिर क्यों देश में दहेज हत्या के मामले आसमान छू रहे हैं?
भले ही लोग जानते हैं कि दहेज एक अपराध है, फिर भी समाज में यह बुराई अभी भी मौजूद है। हाल ही में एक युवती ने दहेज प्रताड़ना की शिकायत के बाद आत्महत्या कर ली। उसके मामले में, 102 गवाह थे और उसके वॉयस नोट सहित 53 सबूत उसके पति ...
Read More »बाबा रामदेव मेला: बूढा और ऊंटों की दौड़ बनती है आकर्षण का केंद्र, कुश्ती कबड्डी में बांटे जाते है लाखों के ईनाम
गाँव बड़वा में लगने वाले बाबा रामदेव के मेले में हर वर्ष हजारों धर्म-प्रेमी बाबा रामदेव महाराज के दर्शन के लिए आते हैं. मेले में तरह-तरह की दुकानें सजाई जाती है. वहीं अनेक प्रकार के झूले और खेलों का आयोजन किया जाता है. शुरुआती दौर में मेले में ऊंटों का ...
Read More »भारत में बढ़ती बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था पर भारी
स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में सुधार से युवा श्रम शक्ति के लिए अधिक उत्पादक दिवस सुनिश्चित होंगे, इस प्रकार अर्थव्यवस्था की उत्पादकता में वृद्धि होगी। आयुष्मान भारत और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (एनएचपीएस) जैसी योजनाओं की सफलता जरूरी है। साथ ही एकीकृत बाल विकास (आईसीडीएस) कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन ...
Read More »जाति व्यवस्था से ज्यादा हीन या श्रेष्ठ मानना एक समस्या
जाति आधारित व्यवसाय कोई समस्या नहीं है लेकिन एक व्यवसाय को हीन या श्रेष्ठ मानना एक समस्या है। हर पेशे का सम्मान होना चाहिए। महात्मा गांधी की “ब्रेड लेबर” (हर किसी को कुछ शारीरिक श्रम करना चाहिए) और “ट्रस्टीशिप” (पूंजीपतियों का समाज के प्रति ऋण) की अवधारणा इसी पर आधारित ...
Read More »पर्यावरण को बचाने के लिए पंचामृत मंत्र
भारत ने अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं पर मजबूत प्रगति की है और बढ़ती महत्वाकांक्षा और कम कार्बन वाले भविष्य की रूपरेखा तैयार करने में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हितधारक बना हुआ है। भविष्य में ग्रीनहाउस गैस के शमन में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है और साथ ही अत्यधिक गर्मी, सूखे और बाढ़ ...
Read More »टेलीविजन और सिनेमा के साथ जुड़े राष्ट्रीय हित
टेलीविजन और सिनेमा में कुछ विषय या कहानियां लोगों को एक साथ ला सकती हैं और उन्हें धर्म, जाति और समाज को विभाजित करने वाली ऐसी अन्य गलत रेखाओं से ऊपर उठकर एकजुट कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, फिल्म चक दे इंडिया बहुत बड़ी हिट थी और इसने सभी ...
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