इटावा। कहते हैं आप अपने विचारों को रखने के लिए स्वतंत्र हैं बशर्ते आपके विचारों से किसी व्यक्ति या किसी समुदाय की भावनाएं न आहत हो, क्योंकि इससे परस्पर प्रेम एवं सौहाद्र का सामंजस्य बिगड़ता है। कभी कभी इसकी वजह से समाज मे विद्वेष की ऐसी ज्वाला उठती है जिसका ...
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