क्यूं मेहनत कर घबराता है, क्यों आंख मिला शर्माता है। उम्मीद लगा कर दौड़ लगा, जर्रा भी फतह हो जाता है।। तू खेल कूद या शिक्षा हो, अव्वल दर्जा पहचान तो कर चल कर धमाल खुद में कमाल, हरदम मिशाल बन जाता है।। लखनऊ विश्वविद्यालय में चल रहे “संस्कृति सुरभि” ...
Read More »