भारत और ईरान ने मध्य एशिया सहित क्षेत्र के लिए एक ट्रांजिट हब के तौर पर चाबहार पोर्ट के विकास पर सहयोग जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है ईरान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा ऐसे समय हुई है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशियाई देशों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है.
दोनों देशों के प्रतिनिधि प्रमुख पोर्ट के परिचालन पहलुओं को संबोधित करने के लिए जल्द ही मिलेंगे।विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ अफगानिस्तान, यूक्रेन, संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया. ” दोनों पक्षों के बीच सिविल एवं वाणिज्यिक मामलों में साझा कानूनी सहायता के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
अपनी यात्रा के दौरान ईरानी विदेश मंत्री होसैन आमिर अब्दुल्लाहियन ने पीएम नरेंद्र मोदी से और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ भी बैठक की। अगस्त 2021 में इब्राहिम रईसी के राष्ट्रपति बनने के बाद ईरानी विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन की यह पहली भारत यात्रा है।