निजी टेलीकॉम कंपनियों ने दो माह पहले अपने सभी रिचार्ज प्लान महंगे कर दिए है। कंपनियों के महंगे प्लान की वजह से मोबाइल यूजर्स की जेब पर पहले के मुकाबले 25 फीसदी तक बोझ बढ़ गया है। अब आने वाले दिनों में टेलीकॉम कंपनियां फिर से यूजर्स को एक बड़ा झटका दे सकती है। ट्राई की नई पॉलिसी की वजह से ये कंपनियां एक बार फिर से अपने रिचार्ज प्लान महंगे कर सकती है।
दरअसल, दूरसंचार नियामक ने दूरसंचार विभाग से फर्जी कॉल और मैसेज को लेकर नई पॉलिसी लाने के लिए कहा है। ये नई पॉलिसी 1 अक्टूबर 2024 से लागू हो जाएगा। इसके अंतर्गत जो टेलीकॉम कंपनियां इस नई पॉलिसी का पालन नहीं करेगी। उस पर भारी जुर्माना का प्रावधान किया गया है। वहीं ट्राई ने उन टेलीकॉम कंपनियों से भारी जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया है, जो फर्जी कॉल्स और मैसेज रोकने में नाकाम रहेंगी। नियामक ने दूरसंचार विभाग से जुर्माना वसूलने के लिए टेलीकॉम कंपनियों की बैंक गारंटी जब्त करने तक का सुझाव दिया गया है।
इसलिए आम यूजर्स पर बढ़ेगा बोझ
नई पॉलिसी के तहत टेलीकॉम विभाग कंपनियों के लाइसेंस रद्द करने के बजाय भारी जुर्माना वसूलने वाली बात पर सहमत हो सकता है। ऐसी स्थिति में कंपनियों पर अतिरिक्ति बोझ बढ़ जाएगा। जो कंपनियां यूजर्स से वसूल कर सकती हैं। ये कंपनियां पहले ही अपने घाटे को कम करने के लिए एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर को बढ़ा रही हैं, इसकी वजह से हाल ही में रिचार्ज प्लान महंगे किए गए हैं।
अब तक आमतौर पर यह देखा गया है कि सभी टेलीकॉम कंपनियां अपने घाटे को कम करने या फिर नई टेक्नोलॉजी में निवेश के चलते आम यूजर्स पर बोझ बढ़ा देती है। ऐसे में अगर कंपनियों को जुर्माना देना पड़ा तो एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर होगा। वहीं मोबाइल के रिचार्ज प्लान महंगे हो सकते है।