राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और शहर में वायु गुणवत्ता ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में रही। शहर में धुंध की एक पतली चादर छाई रही जिससे दृश्यता प्रभावित हुई। सर्द मौसम और शांत हवाओं के चलते प्रदूषकों के जमा हो जाने से सोमवार को भी वायु गुणवत्ता ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में रहने की आशंका है।
सरकारी द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता व मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार रविवार को शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 377 दर्ज किया गया। गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर एवं आपात’ माना जाता है।
दिल्ली में शाम छह बजे तक पीएम-2.5 का स्तर बढ़कर 220 हो गया। यह 0-60 की सुरक्षित सीमा से लगभग चार गुना ज्यादा है। ये कण इतने छोटे हैं कि वे रक्तधाराओं और फेफड़ों में घुस कर नुकसान पहुंचा सकते हैं। सोमवार को एक्यूआई के सुधरने की संभावना थी लेकिन मौसम को देखते हुए इसके सोमवार को भी ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में रहने का पुर्वानुमान है। सोमवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है।
सोमवार को भी ठंडी हवाएं चलेंगी। मौसम से जुड़े पुर्वानुमान देने वाली निजी संस्था स्काईमेट वेदर ने ट्वीट किया, “दिल्ली एनसीआर में मंद हवाओं, अधिक आर्द्रता और कम तापमान की वजह से वायु गुणवत्ता की स्थिति और खराब हो सकती है।”