गुजरात के तापी स्थित नये नेवाला गांव में प्रेमी जोड़े की मौत के बाद पहली बार प्रेमी-प्रेमिका की शादी कराने का मामला सामने आया है. प्रेमी-प्रेमिका के परिजनों ने एक-दूसरे से मुलाकात करके ऐसा फैसला लिया, जिसके बारे में जानकर लोगों के होश उड़ गए. उन्होंने मौत के बाद दोनों प्रेमियों की शादी कराने के लिए प्रेमी-प्रेमिका का पुतला बनवाया और आदिवासी परंपरा से शादी कराई गई. प्रेमी जोड़े जब जिंदा थे, तब उनकी इच्छा पूरी नहीं हुई तो परिवारजनों ने उनका पुतला बनाकर उनकी इच्छा पूरी करने की कोशिश की. यह देखने के लिए गांव वालों की भीड़ उमड़ पड़ी.
यह घटना तापी जिले के नये नेवाला गांव की है, जहां पर प्रेमियों की शादी उनकी मौत के बाद हुई. गणेश पड़वी को पड़ोस के पुराने नेवाला गांव की रंजना पड़वी से गहरा प्यार था. हालांकि, दोनों के ही परिवार वालों को यह रिश्ता बिल्कुल भी मंजूर नहीं था. दोनों के प्यार को शादी में तब्दील करने के लिए परिवारवाले तैयार नहीं थे. परिवार और समाज के विरोध के चलते दोनों ने पिछले साल 14 अगस्त 2022 को एक ही रस्सी से आत्महत्या कर ली थी. प्रेमी जोड़े की आत्महत्या के बाद उनकी आखिरी इच्छा पूरी होने से रह गई थी.
परिवार के लोगों को भी लगा कि कहीं न कहीं गलती हो गई है तो परिवार वालों ने गणेश और रंजना की एक सामाजिक प्रथा के रूप में एक मूर्ति तैयार की और उसी मूर्ति की शादी कराने का फैसला किया, जिसके लिए परिवारजनों ने शादी के कार्ड भी छपवाये. शादी के दिन प्रेमी के पुतले को जैसे जिंदा लोगों की शादी होती है उसी तरह पड़ोस के पुराने नेवाला गांव ले जाया गया और आदिवासी परंपरा के तहत दोनों मृत प्रेमियों की शादी की गई. दुल्हन को प्रेमी के परिवार ने दुल्हन की शादी कर विदा ली. शादी में लोगों के लिए खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया था.