बिधूना। तहसील क्षेत्र में दीपोत्सव का महा पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर जहां शुभ मुहुर्त के समय में हर घर में गणेश जी, लक्ष्मी जी व कुबेर जी का पूजन किया गया वहीं कस्बा से लेकर गांवों तक में हर घर, मंदिर व गली मोहल्ले दीपों की रोशनी से जगमग हो उठे। पूजा-अर्चना के बाद सभी ने एक दूसरे को शुभकामनाएं दी, छोटों ने अपने से बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वहीं युवाओं से लेकर बच्चों तक ने जमकर आतिशबाजी की। इस दौरान आसमान में आतिशबाजी के दृश्य देखने लायक थे।
तहसील क्षेत्र में दीपावली पर्व घरों में दीप जलाकर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कस्बा से लेकर प्रत्येक गांव रोशनी से नहाया हुआ नजर आया। लोगों अपने घरों, प्रतिष्ठानों व मंदिरों को रंगोली, फूलों, दीपों व बिजली की रंग-विरंगी झालरों से सजाया। सभी हिन्दू घरों में लोगों ने शाम को मुहुर्त का समय शुरू होते ही माता लक्ष्मी व गणेश जी के साथ कुबेर जी की पूजा-अर्चना की। इस दौरान लोगों ने जमकर आतिशबाजी का मजा लिया। आसमान में आतिशबाजी के सुंदर दृश्य देखते बन रहे थे। युवाओं के साथ बच्चे व महिलाओं ने भी खूब पटाखे फोड़े। लोगों ने परिवार के साथ मिलकर दीपोत्सव त्योहार का लुत्फ उठाया।
इस मौके पर कस्बे में स्थित दुर्गा मंदिर व शंकर मंदिर पर भी कस्बे के लोग दीप रखने आए और अपने परिवार की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की। दुर्गा मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि मान्यता है कि इस दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्ति के बाद अयोध्या आए थे। जिसकी खुशी में अयोध्या के सभी नगरवासियों ने अपने प्रभु राम के स्वागत में दीप जलाए थे। इसके अलावा ऐसी मान्यता भी है कि दीपावली पर मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इस कारण दिपावली पर लक्ष्मी जी के पूजन का विशेष महत्व होता है। कार्तिक अमावस्या पर दीपदान करने का विशेष महत्व होता है।
दीपावली के पर्व पर जहां बहुत से घरों में पंडितो को बुलाकर लक्ष्मी जी, गणेश जी व कुबेर जी का पूजन कराया गया वहीं अधिकांश लोगों ने स्वयं ही लक्ष्मी जी, गणेश जी का पूजन किया। इस मौके पर व्यापारियों ने बही-खाता, छात्रों व शिक्षकों ने कलम-कापी एवं शस्त्र धारकों ने शस्त्र पूजन भी किया। किसानों ने कृषि यंत्रों व वाहन स्वामियों ने वाहनों का पूजन किया। इससे पूर्व सोमवार को सुबह से ही दुकानों पर मिठाइयों की जमकर खरीदारी की गई। बाजारों में प्रकाश पर्व को लेकर भारी भीड़ रही। कस्बे में जाम की स्थिति से बचने के लिए मुख्य बाजार में बैरियर लगाये गये थे। पर्व को लेकर पुलिस भी सतर्क नजर आई।
रिपोर्ट – राहुल तिवारी/संदीप राठौर चुनमुन