बिल्लियों को लेकर भारत ही नहीं दुनिया भर में कई तरह मान्यताएं हैं। भारत में कई लोग ऐसा मानते हैं कि कहीं निकलते समय बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ है। साथ ही बिल्ली का रोना भी अशुभ माना जाता है। वहीं, कई देशों में बिल्ली को पालने की भी परंपरा है। यूरोप में कई सालों पहले बिल्ली को शैतान का दूत तक समझा गया तो कई उसे चुड़ैल परिवार का भी सदस्य समझते थे। हालांकि, अब समय के साथ बहुत हद तक इस सोच में बदलाव आया है। बहरहाल, आईए जानते हैं बिल्लियों से जुड़े शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में…
1. भारतीय परंपरा में बिल्ली को बहुत शुभ नहीं माना गया है। ऐसी मान्यता है कि आप अगर घर से बाहर निकल रहे हैं और बिल्ली ने रास्ता काट दिया तो ये अशुभ का प्रतीक है। इससे काम बिगड़ सकता है।
2. ऐसा भी कहा जाता है कि अगर बिल्ली घर में रखा दूध पी जाए तो ये अपशकुन है। इससे घर में आर्थिक हानि होती है। ज्योतिष शास्त्र में दूध को चंद्र ग्रह से संबंधित माना गया है और कहते हैं कि दूध सौभाग्य का प्रतीक है।
3. ऐसी मान्यता है कि बिल्ली का दिखना या उनका रोना अशुभ है। कहा जाता है कि बिल्लियां घर में नकारात्मकता लाती है।
4. वैसे ऐसा नहीं है कि सभी देशों में बिल्लियों को लेकर एक तरह की मान्यता हो। जापान में बिल्ली का रास्ता काटना या दिखना शुभ है। वहीं, चीन में काली बिल्ली अकाल और गरीबी का प्रतीक है।
5. यूरोप के कई देशों में काली बिल्ली को अपशगुन माना जाता है। ऐसा कहते हैं कि जिन घरों में काली बिल्लियां रहती हैं वहां के लोग दूसरों को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। कई साल पहले उनकी तुलना डायन या चुड़ैल से की जाती थी।
6. इंडोनेशिया में बिल्ली को मौसम से जोड़ कर देखा जाता है। ऐसा कहते हैं कि अगर लंबे समय से बारिश नहीं हो रही है तो बिल्ली के ऊपर पानी डाल देना चाहिए। मान्यता है कि बिल्ली फिर बदला लेने के लिए बारिश कराती है।