लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उन्नाव में रेप पीडि़ता को जिंदा जलाए जाने की हृदयविदारक घटना को सरकार के लिए शर्मनाक बताते हुये कहा कि महिला सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार गम्भीर नहीं है। प्रदेश में जिस तरह से महिलाओं के प्रति घटनाएं बढी है उससे साबित हो गया है कि सरकार का बेटी बचाओं बेटी पढाओं का नारा पूरी तरह से खोखला साबित हुआ है।
आज रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने सिविल अस्पताल पहुंचकर रेप पीडिता का हाल चाल लिया तथा पीडिता के परिवार वालों से मुलाकात करनी चाही लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें ना तो पीडि़ता को देखने दिया और ना ही पीडि़ता के परिवार वालों से मुलाकात करायी। इस अवसर पर मीडिया से वार्ता करते हुये श्री दुबे इस जघन्य घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुये कहा कि सरकार का एक मिनट भी सत्ता में रहने का हक नहीं है। उन्होंने प्रशासन के रवैये की निंदा करते हुये कहा कि उ.प्र. में जिस तरीके से एक के बाद एक बलात्कार की घटनाएं महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रही है उससे इस सरकार ने सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। उन्होंने पीडि़ता के परिवारजनों के समुचित इलाज व सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था किये जाने की मांग करते हुये कहा कि सरकार पीडिता के परिजनों को एक करोड रूपये का मुआवजा तत्काल दे।
युवा रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने मांग की कि पीडि़ता को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट करवाकर दिल्ली भेजा जाय व दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी दी जाय। श्री दुबे के साथ सिविल अस्पताल जाने वालों में राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्रबली यादव, प्रदेश सचिव मनोज सिंह चौहान एवं रमावती तिवारी, युवा रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल तथा मो. आमिर मौजूद थे।