लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने बारिश और ओलावृष्टि के फलस्वरूप प्रदेश के किसानों को हुये भारी नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से तत्काल राहत पहुंचानी चाहिए और नुकसान का आंकलन कराकर उसकी भरपाई भी करना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि मुख्यमंत्री का दिया गया आदेएक बार फिर किसानों के लिए छलावा न साबित हो जाय।
डाॅ. अहमद ने कहा कि ओलावृष्टि से तिलहन, दलहन और आलू की फसलों को भारी नुकसान हुआ है जिससे प्रदेश का किसान व्याकुल हो उठा है क्योंकि अभी तक प्रदेश के किसानों को सरकार द्वारा केवल लागत का दुगुना देने का लाॅलीपाप ही मिल पाया है। किसानों के खर्चे में सरकार द्वारा समय समय पर बढोत्तरी ही की गयी है। चाहे बिजली का मूल्य हो अथवा खाद और बीज। प्रत्येक स्तर पर किसान ठगा जाता रहा है। किसानों की फसल की लागत का दुगुना देने का आश्वासन केन्द्र सरकार 6 वर्ष से और प्रदेश सरकार तीन वर्ष से दे रही है परन्तु तीन साल में केवल एक बार ऊँट के मुंह में जीरा जैसी बढोत्तरी गन्ने के मूल्य में की है जो कि किसानों के साथ धोखा है तथा अब तक गन्ना किसानों का हजारों करोडों रूपया बकाया होना विष्वासघात है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि शीध्र ही किसानों की दशा पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी कदम न उठाया गया और उनको राहत का वितरण तत्काल न किया गया तो राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगे जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व प्रदेश सरकार का होगा।