औरैया/बिधूना। जनपद के बराहर ग्राम प्रधान द्वारा तालाब की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी राशिद अली ने मौके पर राजस्व और पुलिस टीम भेजकर काम रुकवा दिया साथ ही जाँच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात बराहर ग्राम प्रधान द्वारा तालाब की जमीन पर जेसीबी लगाकर मिट्टी भरवाने का काम किया जा रहा था। जिसकी शिकायत स्थानीय निवासियों द्वारा पुलिस और प्रशासन से की गयी। ग्रामीणों का आरोप था कि जिस तालाब पर ग्राम प्रधान द्वारा काम कराया जा रहा है वो उनकी पैतृक जमीन का हिस्सा है।
रात में वाहन किया जब्त सुबह थाने से छोड़ा
ग्रामीणों की शिकायत के बाद हरकत में आये जिला प्रशासन ने बिधूना पुलिस को मौके पर भेजकर काम रुकवाने के निर्देश दिए। इस सूचना पर तत्काल कार्यवाई करते हुए बिधूना क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप ने मौके पर पहुंचकर काम कर रहे जेसीबी और ट्रेक्टर को कब्जे में लेकर थाने भेज दिया। हालांकि बाद में जब्त किये गए जेसीबी और ट्रेक्टर को थाने से छोड़ दिया गया, लेकिन किसके आदेश पर छोड़ा गया इस बारे में कोई बोलने को तैयार नहीं है।
पंचायत भवन के प्रस्तावित जमीन
इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी राशिद अली ने बताया कि राजस्व की टीम को भेजकर जांच कराई जा रही है कि जहां काम चल रहा था वहां पहले से कोई तालाब था या नहीं। क्योंकि प्रधान ने बताया कि जिस जगह काम चल रहा है वो स्थान पंचायत भवन के प्रस्तावित है, इसीलिए वहां निर्माण कार्य का काम किया जा रहा था। जबकि गांव के कुछ लोगों द्वार उक्त जमीन के कुछ हिस्से पर स्वयं की जमीन होने का दावा किया जा रहा है। उपजिलाधिकारी ने बताया कि राजस्व की टीम को भेज कर ग्रामीणों के दवावों की जांच कराई जाएगी।
रात के अंधेरे किया जा रहा था काम
वहीं रात के अँधेरे में जेसीबी से कार्य किये जाने के सवाल पर उपजिलाधिकारी राशिद अली ने कहा की अगर पंचायत भवन के लिए काम किया जा रहा था, तो इस कार्य को मनरेगा के तहत किया जान चाहिए था। रात के अंधेरे गुपचुप तरीके से काम किया जाना ग्राम प्रधान की भूमिका को संदेह के घेरे में डाल रहा है, जिसकी जांच कराई जा रही है। आरोप साबित होने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ भी कार्यवाई की जाएगी।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर