उत्तर प्रदेश के मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में सोमवार की शाम जूनियर डॉक्टरों ने तीमारदार परिवार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पीड़ितों ने किसी तरह अपनी जान बचाई, जिस मासूम बच्चे को इलाज के लिए परिजन लेकर पहुंचे थे, वह दर्द से तड़पता रहा। डाक्टरों द्वारा तीमारदारों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पीड़ितों ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
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मिली जानकारी अनुसार जिले के मेडिकल थाना क्षेत्र के कमालपुर गांव के दीपक के पांच वर्षीय बेटे कुणाल के दाएं हाथ का अंगूठा सोमवार शाम कट गया। दीपक अपने भाई देवेंद्र और भाभी प्रीति के साथ बेटे को लेकर मेडिकल काॅलेज की इमरजेंसी पहुंचे।
पट्टी करने के दौरान बच्चा रोने लगा तो परिजनों ने डॉक्टर को आराम से पट्टी करने के लिए कहा।इस पर परिजनों की डाॅक्टर से कहासुनी हो गई। जूनियर डॉक्टरों ने दीपक और देवेंद्र को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। बीच-बचाव करने आई दीपक की पत्नी को भी नहीं छोड़ा।
पीड़ित बचाओ, बचाओ चिल्लाते रहे और डॉक्टर उनको पीटते रहे। इस दौरान इमरजेंसी में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोगों ने बीच बचाव करने की कोशिश की, लेकिन जूनियर डॉक्टर पीटते रहे।किसी तरह पीड़ितों ने अपनी जान बचाई। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी जूनियर डॉक्टर फरार हो गए। पीड़ितों ने थाने पहुंचकर घटना की तहरीर दी।थाना प्रभारी अवधेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
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बता दें कि मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पिता और अन्य परिजनों की मासूम कुणाल के सामने ही दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।पहले ही दर्द से तड़प रहा मासूम मारपीट देखकर बुरी तरह घबरा गया और रोने लगा। डाॅक्टरों ने मासूम कुणाल का इलाज भी नहीं किया। बच्चे को तड़पता देख मां भी रोने लगी।