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लौट रहा है बॉक्सिंग रिंग का किंग, होने जा रहा है सांसें रोक देने वाला मुकाबला

बॉक्सिंग रिंग का किंग वापस आ रहा है. एक समय पर जिस बॉक्सर का विश्व बॉक्सिंग पर राज हुआ करता था. जिसे बड़े-बड़े खिलाड़ी डरा करते थे. जिसके रिंग में उतरने का मतलब ही होता था जीत. वो बॉक्सिंग का निर्विवाद चैंपियन था.

ये परिचय है चार बार के हैवीवेट मुक्केबाजी चैंपियन इवांडर होलीफील्ड का. अमेरिका के इवांडर होलीफील्ड इस बार एक बड़े मकसद के लिए रिंग में उतरने जा रहे हैं. 57 साल के इवांडर होलीफील्ड कोरोनावायरस से प्रभावित बच्चों की मदद के लिए चैरिटी मुकाबले में रिंग में वापसी कर रहे हैं.

होलीफील्ड का मुकाबला एक और दिग्गज स्टार खिलाड़ी माइक टायसन से हो सकता है. होलीफील्ड ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा, ‘आप जिस मौके का इंतजार कर रहे थे? चैंपियन वापस लौट आया है. मैं यह घोषणा करता हूं कि मैं रिंग पर वापसी करने जा रहा हूं. मैं एक बहुत नेक काम के लिए चैरिटी मैच में हिस्सा लूंगा.’

इस मुकाबले के बारे में होलीफील्ड ने बताया कि वो यूनाइट 4 अवरफाइट संस्था के लिए चैरिटी बाउट खेलेंगे. यूनाइट 4 अवरफाइट संस्था उन बच्चों की मदद करती है जिनकी पढ़ाई लिखाई रूक गई है.

होलीफील्ड और टायसन का मुकाबला विश्वप्रसिद्ध हुआ करता था. 1996 में होलीफील्ड ने टायसन को हराकर ही डब्यूबीए टाइटिल जीता था. उस वक्त इस मुकाबले को ‘फाइट ऑफ द इयर’ और इस बाउट के नतीजे को ‘अपसेट ऑफ द इयर’ कहा गया था.

इस जीत के साथ ही इवांडर होलीफील्ड मोहम्मद अली के बाद पहले ऐसे बॉक्सर बने थे जिन्होंने विश्व हैवीवेट टाइटिल तीन बार जीता हो. अगले साल फिर होलीफील्ड ने टायसन को हराया था. इसी फाइट में माइक टायसन ने इवांडर होलीफील्ड का कान काट लिया था. होलीफील्ड ने 2014 में संन्यास लिया था. उन्हें विश्व बॉक्सिंग के इतिहास के बड़े बॉक्सर के रूप में हमेशा जाना जाता है.

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के कई नामी गिरामी खिलाड़ी अपनी अपनी तरह से मदद कर रहे हैं. इसमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो से लेकर सचिन तेंडुलकर तक हर कोई शामिल है. भारत के विश्वनाथन आनंद ने ऑनलाइन चेस खेला. भारतीय महिला हॉकी टीम ने फिटनेस चैलेंज किया. विश्व के और भी कई दिग्गज खिलाड़ी चैरिटी में शामिल हैं.

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