खीरों/रायबरेली। थाना क्षेत्र के अंतर्गत अजीतपुर गांव के दबंग कोटेदार ने घटतौली का आरोप लगा रहे ग्रामीणों के साथ अभद्रता व गाली-गलौज करते हुए मारपीट किया। राशन लेने गई एक वृद्ध महिला को गाली देते हुए धक्का मारकर जमीन पर गिरा दिया। कोटेदार की अभद्रता व मनमानी से नाराज होकर विरोध कर रहे गांव के दो युवकों को अपने पुत्र के साथ मिलकर लाठी, डंडा से पीटा। घटतौली का विरोध करने वालों को मुकदमे में फंसाने की धमकी देने के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दिया।
गुस्से में आपा खोते हुए राशन वितरण बंद कर दिया। राशन के लिए लाइन में लगे लोगों को अपने दरवाजे से भगा दिया। शाम को डेरी पर दूध देने जा रहे कुछ लड़कों को घेरकर जान से मारने का प्रयास किया। पीड़ित पक्ष की ओर से घटना की तहरीर पुलिस को दी गई है। कोटेदार ने भी राशन लेने आए लोगों पर अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए घटना की तहरीर दिया है। पुलिस ने घायलों का चिकित्सीय परीक्षण सीएचसी में करा कर मामले की जांच शुरू कर दिया है।
अजीतपुर निवासी राना सिंह बघेल ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि 22 सितंबर दिन बुधवार को समय लगभग ग्यारह बजे गांव का कोटेदार राजकुमार पुत्र बिंदादीन अपने दरवाजे राशन वितरित कर रहा था। गांव निवासी राकेश सिंह पुत्र अमरबीर सिंह की 75 वर्षीय मां राशन लेने गई थी। राशन कम होने की आशंका पर जब उन्होंने कोटेदार से नाराजगी जताई तो आवेशित होकर उसने उन्हें गाली देते हुए धक्का दे दिया। जिससे वह जमीन पर गिर गई। रोते हुए वे अपने घर पहुंची और अपने पुत्र से सारी घटना बताई। जिसके बाद राकेश सिंह एक इलेक्ट्रॉनिक कांटा लेकर कोटेदार के दरवाजे पहुंचे और सभी ग्रामीणों के सामने कोटेदार द्वारा दिए गए राशन का वजन किया।
वजन करने पर गेहूं लगभग डेढ़ किलो कम, चावल लगभग डेढ़ किलो कम और चीनी लगभग आधा किलो कम निकली। जिसके बाद वहां मौजूद विकास सिंह पुत्र इंद्र कुमार सिंह, राजेंद्र सिंह पुत्र जंग बहादुर सिंह, संतोष बघेल पुत्र शिवकरन बघेल, स्वयं प्रार्थी समेत दर्जनों लोग कोटेदार की मनमानी और घटतौली के खिलाफ बोलने लगे। जिससे आवेशित होकर कोटेदार ने राशन लेने गए लोगों को गालियां देते हुए लाठी, डंडा लेकर राकेश सिंह और विकास सिंह को मारा पीटा।
कोटेदार ने धमकाते हुए कहा कि जो राशन वितरण में हस्तक्षेप करेगा उसे मुकदमे में फंसा दूंगा और जान से मरवा दूंगा। गाली गलौज करते हुए राशन लेने गए लोगों को अपने दरवाजे से भगा दिया। उसी दिन शाम को लगभग 7:30 बजे गांव के कुछ लड़के दूध देने सेहरामऊ गांव स्थित दूध डेरी जा रहे थे। गांव के बाहर स्थित कोटेदार के घर के पास से जब निकले तो कोटेदार, उसका पुत्र विपिन, रामपाल पुत्र दसऊ निवासीगण अजीतपुर ने ऊपर से इंटे पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। जान से मारने की नियत से कुल्हाड़ी और धारदार हथियार लेकर लड़कों को दौड़ा लिया। मौके से किसी तरह वह जान बचाकर भागे। एस एच ओ हरिशंकर प्रजापति ने बताया कि घटना की जांच पड़ताल की जा रही है।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा