उत्तर प्रदेश में खाप पंचायतों के तालिबानी फरमान थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. बुंदेलखंड में खाप पंचायत ने एक तुगलकी फरमान जारी किया है, जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. वीरों की धरती के नाम से मशहूर झांसी में खाप पंचायत के तालिबानी फरमान ने दंपति की मुश्किलों को बढ़ा दिया है.
आरोप है कि खाप पंचायत ने दंपति को गौमूत्र पीने और गोबर खाने का आदेश दिया है. मामला प्रेम नगर थाना क्षेत्र का है, जहां पांच साल पहले प्रेमी युगल ने परिवार की सहमति से सजातीय विवाह किया था. दोनों परिवारों के सदस्य शादी समारोह में शामिल हुए थे. शादी के पांच साल के बाद गांव में बैठी खाप पंचायत ने प्रेमी युगल को बिरादरी से बाहर कर दिया. पीड़ित दंपति ने खाप पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा कि खाप पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए गौमूत्र पीने और गोबर खाने के बाद बिरादरी में वापस लेने की बात कही है.
इतना ही नहीं पंचायत ने पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाने का भी तुगलकी फरमान सुनाकर मुश्किलों को खासा बढ़ा दिया है.खाप पंचायत के फरमान से दंपति ने जिले के डीएम और एसएसपी से मदद की गुहार लगाई है. खाप पंचायत के तुगलकी फरमान को गंभीरता से लेते हुए डीएम शिव सहाय अवस्थी और एसएसपी डी प्रदीप कुमार ने पीड़ित दंपति के घर पर सीओ और सिटी मजिस्ट्रेट को भेजकर पूरे मामले की जानकारी मांगी. डीएम शिव सहाय अवस्थी का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है, खाप पंचायत का फरमान सुनाने वाले पंचों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. डीएम के मुताबिक दंपत्ति को सुरक्षा प्रदान की गई है.