सीतापुर/लहरपुर. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लहरपुर में डॉक्टरों की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। मरीजों को मिलने वाली जरूरी दवाइयां जिसमें ओआरएस घोल जैसी तमाम जरूरी दवाइयां शामिल हैं ल,कूड़े के ढेर में जलती हुई मिली। यूपी की योगी सरकार भ्रष्टाचार मिटाने के लिए तथा गरीबों को सुविधा प्रदान करने के लिए जहां तमाम प्रयास करती देखी जा रही है, तो वही लाखों रुपया वेतन पाने वाले डॉक्टर किस कदर योगी की इस मुहिम को चूना लगा रहे हैं इसकी जीती जागती मिसाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लहरपुर में देखने को मिली। डॉक्टर आवास के पीछे 50 किलो से भी अधिक दवाइयों का ढेर जिसमें ओआरएस घोल व अन्य जरूरी दवाइयां शामिल थी जलता हुआ दिखाई पड़ा। इस बाबत जब अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर दिनेश से बात की गई तो पहले तो उन्होंने दवाइयां अस्पताल की होना ही नहीं स्वीकार किया,लेकिन उन्हें यह अवगत कराने पर कि दवाइयां अस्पताल के अंदर ही जल रही हैं जिसमें ओआरएस घोल जैसी जरूरी दवाइयां शामिल हैं, तो उन्होंने कहा कि गलती से किसी ने ऐसा कर दिया होगा।
आपको बताते चलें कि यहाँ पर मरीजो को स्वास्थ्य सुविधाएं तो दूर की बात यहां पीने का पानी तक लोगों को नसीब नही हो रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे दो इंडिया मारका हैंड पंप लगे हैं,जिसमें से एक पूरी तरह से बेकार हो चुका है। इतना ही नही लाखों रुपए वेतन पाने वाले डॉक्टर प्राइवेट प्रेक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे है। यहां पर मरीजों की भारी भरकम भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने 23 डॉक्टर, स्टाफ नर्स और फार्मासिस्ट को तैनात कर रखा है, बावजूद इसके मरीजों की कोई सुध लेने वाला नही है।
रिपोर्ट: एहतिशाम बेग