नई दिल्ली: भारत के 76 वें गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनिशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस खास मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर परेड, झांकी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सुबियांतो के साथ इस समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत कई गणमान्य हस्तियां भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति सुबियांतो ने भले ही पहली बार भारत के गणतंत्र दिवस का हस्सा बने हो, लेकिन उनसे पहले कई देशों के राष्ट्रपति भारतीय लोकतंत्र के इस जश्न का हिस्सा बन चुके हैं। इनमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और ईरान के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी शामिल हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति थे पिछले साल के मुख्य अतिथि
पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने 2023 में इस समारोह में शामिल हुए थे। कोविड-19 महामारी के कारण 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस समारोह पर मुख्य अतिथि के तौर पर किसी को भी आमंत्रित नहीं किया गया था।
2020 में ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो गणतंत्र-दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। उनसे पहले 2019 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाई थी। 2018 में सभी 10 आसियान देशों के नेता समारोह में शामिल हुए थे। साल 2017 में 2017 में अबू धाबी के तत्कालीन युवराज और वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान मुख्य अतिथि थे। उनसे पहले 2016 में फांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को आमंत्रित किया गया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने भी बढ़ाई समारोह की शोभा
साल 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल यानी की 2014 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। कांग्रेस के शासनकाल में 2013 में भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक इस समारोह में शामिल हुए थे।