गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। पहले चरण में 1 दिसंबर को वोटिंग होनी है। इसके लिए राजनीतिक दलों ने अब दमदार प्रचार की शुरुआत कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के प्रचार का नेतृत्व करते दिखाई दे रहे हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताबड़तोड़ तीन रैलियों को संबोधित किया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
दूसरी ओर भारत जोड़ो यात्रा से समय निकालकर राहुल गांधी भी कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने के लिए गुजरात पहुंचे थे। राहुल गांधी ने गुजरात में चुनावी प्रचार के दौरान आदिवासी, युवा और किसानों का मुद्दा उठाया और भाजपा पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। गुजरात चुनाव में अपनी दमदार एंट्री की उम्मीद लगाए अरविंद केजरीवाल ने भी आज रोड शो किया और इस दौरान अपने वादों को लेकर उन्होंने जनता को आश्वस्त किया।
मोदी की ताबड़तोड़ रैली
आज नरेंद्र मोदी ने गुजरात में तीन रैलियों को संबोधित किया। सुरेंद्रनगर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को सत्ता से बेदखल कर दिया गया है, वे अब सत्ता में आने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं। मोदी ने यह भी कहा कि कुछ लोग गुजरात में निर्मित नमक खाकर भी गुजरात को गाली देते हैं। उन्होंने कहा कि देश के कुल नमक उत्पादन का 80 प्रतिशत हिस्सा गुजरात में होता है। जंबूसार मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके नेता बहुत लंबे समय तक जनजातीय समुदाय को लेकर बेसुध रहे जबकि वे भगवान राम और भगवान कृष्ण के दिनों से देश में रह रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने सार्वजनिक कार्यक्रमों में पारंपरिक जनजातीय वेशभूषा पहनने को लेकर भी उनका मजाक उड़ाया। नवसारी में मोदी ने कहा कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि सूखे और अन्य समस्याओं का सामना करने वाला गुजरात देश का शीर्ष राज्य बन जाएगा लेकिन प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनकर और झूठे प्रचार व लुभावने वादों को खारिज करके ऐसा सुनिश्चित कर दिखाया। मोदी ने कहा कि पूर्व में लोग कहा करते थे कि गुजरात प्रगति नहीं कर सकता है क्योंकि यहां प्राकृतिक संसाधनों की कमी है और यहां तटरेखा बहुत लंबी है। एक तरफ रेगिस्तानी इलाका है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान है। वे यह भी कहा करते थे कि गुजरात में अक्सर सूखा भी पड़ता रहता था। इसके अतिरिक्त गुजरात को अक्सर साम्प्रदायिक दंगों और कर्फ्यू का भी सामना करना पड़ता था।
राहुल का भी दिखा दम
राहुल गांधी ने आज गुजरात में दो चुनावी रैलियो को संबोधित किया। सूरत में एक रैली में राहुल ने आदिवासियों से कहा कि वे देश के पहले मालिक हैं और दावा किया कि भाजपा उनके अधिकारों को छीनने के लिए काम कर रही है। गांधी ने कहा कि वे आपको वनवासी कहते हैं। वे यह नहीं कहते कि आप भारत के पहले मालिक हैं, बल्कि यह कहते हैं कि आप जंगल में रहते हैं। आपको फर्क दिखता है? इसका मतलब है कि वे नहीं चाहते कि आप शहरों में रहें, वे नहीं चाहते कि आपके बच्चे इंजीनियर बनें, डॉक्टर बनें, विमान उड़ाना सीखें, अंग्रेजी बोलें। #गांधी ने कहा कि देश की एकता के लिए आयोजित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरानउन्होंने किसानों, युवाओं और आदिवासी समुदाय के लोगों की समस्याएं सुनकर उनके दर्द को महसूस किया। वहीं, राजकोट में कांग्रेस नेता ने मोरबी घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गुजरात के मोरबी में पिछले महीने झूलता पुल गिरने की घटना के ‘‘असली गुनहगारों’’ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि उनके सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ ‘‘अच्छे संबंध’’ हैं।20 सीटों पर ‘सन राइज ’ भाजपा और कांग्रेस ने नेताओं के बेटों को दिया टिकट
राजनीतिक दलों द्वारा कई मौकों पर वंशवाद का विरोध किए जाने के बावजूद टिकट देते समय वे अक्सर वंशवाद की राजनीति करते ही नजर आते हैं, जो देश में होने वाले हर चुनाव की एक परम्परा सी बन गई है। यही परम्परा #गुजरात विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रही है, जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 20 पर मौजूदा एवं पूर्व विधायकों के बेटों को उम्मीदवार बनाया है। इनमें से कांग्रेस के 13 और भाजपा के सात उम्मीदवार हैं।