इस अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र में कई बड़ी समस्याएं बनी हुई हैं। आलोक रंजन ने इस मीटिंग में माइक्रो इंड्रस्ट्रीज में लगे हुए लोगों को बड़ी संख्या में जोड़ने और उसे चलाने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए बेहतर सलाह और समाधान उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
- Published by-@MrAnshulGaurav, Written by- Shashwat Tiwari
- Wednesday, March 23, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्मॉल इंड्रस्ट्रीज की समस्याओं के बेहतर समाधान को लेकर जल्दी ही ‘सीमा’ आपको सक्रिय भूमिका में नज़र आएगा। प्रदेश में स्माल इंड्रस्ट्रीज के बेहतर विकास को लेकर पिछले कई वर्षो से सक्रिय ‘सीमा’ स्मॉल इंड्रस्ट्रीज मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन की एक महत्वपूर्ण मीटिंग, ‘सीमा’ के गोमतीनगर ऑफिस में संपन्न हुई।
दिक्कतों को दूर करने के लिए बेहतर सलाह और समाधान पर जोर
‘सीमा’ के मुख्य संरक्षक, पूर्व मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश, आलोक रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश में स्मॉल, खासकर माइक्रो इंड्रस्ट्रीज का लगभग 95% है। यह कुल इंड्रस्ट्रीज रोजगार में 97% रोजगार देता है। इस अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र में कई बड़ी समस्याएं बनी हुई हैं। आलोक रंजन ने इस मीटिंग में माइक्रो इंड्रस्ट्रीज में लगे हुए लोगों को बड़ी संख्या में जोड़ने और उसे चलाने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए बेहतर सलाह और समाधान उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
सीमा की टीम जल्दी ही यूपी में डेटा इकठ्ठा करने का काम शुरू होगा
मीटिंग में ‘सीमा’ के अध्यक्ष, शैलेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सीमा की टीम जल्दी ही यूपी के मुरादाबाद व सहारनपुर चैप्टर में माइक्रो इंड्रस्ट्रीज क्षेत्र में अपनी महत्वपर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने बताया कि जल्दी ही यहां का डेटा इकठ्ठा करने का काम शुरू होगा।
स्मॉल इंड्रस्ट्रीज मैनिफेकचरर्स एसोसिएशन की आज की इस मीटिंग में कीर्ति प्रकाश (कोषाध्यक्ष), हरजिंदर सिंह (महासचिव), हरदीप सिंह रखड़ा (प्रमुख-कानपुर), अमर सिंह राठौर, (डाइरेक्टर), आर के सक्सेना (वित्तीय सलाहकार), प्रवीन कुमार (सी0ए0),
“सीमा” के मीडिया सलाहकार शाश्वत तिवारी के साथ इफ़्तेखार अली (प्रमुख-मोरादाबाद) शामिल हुए।