सिल्की व शाइनी बनाने में कंडीशनर का एक अहम रोल होता है। अगर आप शैंपू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल करती हैं तो इससे बालों में एक साफटनेस व शाइन आती है, लेकिन यह केवल तभी संभव है, जब आप कंडीशनर को सही तरह से अप्लाई करें। कुछ महिलाएं कंडीशनर लगाते समय कुछ छोटी-छोटी गलती कर बैठती हैं, जिसके कारण हेयरफॉल व अन्य कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं कि कंडीशनर लगाने का सही तरीका-
कम मात्रा में
कंडीशनर का इस्तेमाल बालों में थोड़ी मात्रा में ही इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप सोचती हैं कि कंडीशनर को अधिक मात्रा में लेने से आपके बाल अधिक साफ्ट बनेंगे तो आप गलत हैं। आप बेहद कम मात्रा में कंडीशनर को अपनी उंगली के पोर्स पर लें और फिर बालों पर अप्लाई करें।
स्कैल्प से दूरी
अगर आप कंडीशनर को स्कैल्प पर लगा रही हैं तो समझ लीजिए कि आप अपने बालों को कमजोर बना रही हैं। स्कैल्प पर कंडीशनर लगाने से कई बार बालों में इंफेक्शन हो जाता है या फिर बाल डैमेज भी हो जाते हैं। कंडीशनर को आप अपनी स्कैल्प से एक इंच की दूरी पर बालों के एंड तक लगाएं।
समझें अंतर
कुछ महिलाएं कंडीशनर और क्रीम को एक ही समझती हैं, जबकि दोनों में काफी अंतर होता है। क्रीम को आप बालों के किसी भी हिस्से में बेहद आसानी से लगा सकती हैं, जबकि कंडीशनर को कभी भी स्कैल्प पर नहीं लगाना चाहिए।
बस एक मिनट
कंडीशनर बहुत जल्द अपना काम करता है। कभी भी कंडीशनर को लगाकर न छोड़ें। आप इसे अप्लाई करने के एक मिनट बाद धो दें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आप बालों को अच्छी तरह वॉश करें, ताकि वह आपके बालों में रह न जाएं। कंडीशनर कभी भी बालों में रहना नहीं चाहिए।
होममेड कंडीशनर
वैसे तो आजकल मार्केट में कई ब्रांड के कंडीशनर मिलते हैं, लेकिन आप कुछ नेचुरल चीजों से भी कंडीशनर बना सकती हैं। इन होममेड कंडीशनर को थोड़ा अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है। जैसे इन होममेड कंडीशनर को लगाने के बाद आपको कम से कम एक घंटे के लिए छोड़ना होता है। साथ ही इन्हें पानी से वॉश करने के बाद आपको माइल्ड शैम्पू का भी इस्तेमाल करना चाहिए। इसलिए अगर आपके पास समय है और आप अपने बालों को नेचुरल तरीके से पोषित करना चाहती हैं तो होममेड कंडीशनर का इस्तेमाल करना अच्छा उपाय है।