महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने विपक्ष के नेताओं पर मराठा आरक्षण को लेकर अपना रुख स्पष्ट न करने का आरोप लगाया है। चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को कहा कि मराठों को ओबीसी कोटे से आरक्षण मिलना चाहिए या नहीं, इस पर शरद पवार और कांग्रेस नेताओं का रुख स्पष्ट नहीं है।
‘शरद पवार से भुजबल की मुलाकात का फैसला उचित’
नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मराठा आरक्षण मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शरद पवार से मिलने के लिए एनसीपी नेता छगन भुजबल का फैसला उचित था, जिसका उद्देश्य सामाजिक सद्भाव बनाए रखना था। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल और राज्य विधानमंडल सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग पर मराठा समुदाय के साथ हैं।
सोमवार को शरद पवार से मिले थे छगन भुजबल
महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने सोमवार को एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की और मराठा आरक्षण मुद्दे और ओबीसी नेताओं की तरफ से इस पर आपत्ति जताए जाने पर उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी। बता दें कि मराठा आरक्षण मुद्दे पर विपक्ष की तरफ से सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार करने के लिए शरद पवार पर परोक्ष रूप से हमला करने के एक दिन बाद यह दौरा हुआ।
‘मराठों को ओबीसी कोटे से आरक्षण मिलना चाहिए’
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मराठों को ओबीसी कोटे से आरक्षण मिलना चाहिए या नहीं, इस पर शरद पवार और कांग्रेस नेताओं का रुख स्पष्ट नहीं है। भाजपा नेता ने कहा, इस मुद्दे पर शरद पवार से चर्चा करने का भुजबल का फैसला उचित था। यह महाराष्ट्र में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए की गई पहल थी। मुझे लगता है कि वह भुजबल के अनुरोध को स्वीकार करेंगे।
‘एनसीपी को विधानसभा सीटों का सर्वेक्षण कराने के अधिकार’
वहीं एनसीपी की तरफ से राज्य चुनावों के लिए सभी 288 विधानसभा सीटों पर सर्वेक्षण करने के बारे में पूछे जाने पर, बावनकुले ने कहा कि पार्टी को अपना सर्वेक्षण करने का अधिकार है, और इसमें कोई असहमति नहीं है। उन्होंने कहा, महायुति के पास एक फॉर्मूला है और हमें सीटें जीतने और बनाए रखने के लिए प्रयास करने होंगे। इसी तरह, सीट जीतना इस बात से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि कौन सी सीट मिलती है। हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे और जीतेंगे।