तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा, सीरिया सरकार को तुर्की के सैनिकों की हत्या की ‘कीमत चुकानी’ होगी। तुर्की ने शनिवार को कहा कि उसने उत्तर-पश्चिमी सीरिया में स्थित एक रासायनिक अस्त्र केंद्र को नष्ट कर दिया है।
सीरिया शासन की ओर से इदलिब प्रांत में विद्रोहियों के अंतिम गढ़ पर किए गए हवाई हमलों में कई तुर्की सैनिकों के मारे जाने के जवाब में यह कदम उठाया गया। तुर्की के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर संवाददाताओं से कहा कि तुर्की की सेना ने रात में “अलेप्पो से 13 किलोमीटर दूरी पर स्थित एक रासायनिक अस्त्र केंद्र के साथ ही शासन के अन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया।”
हालांकि ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि तुर्की ने असल में पूर्वी अलेप्पो में सैन्य हवाईअड्डे पर हमला किया जहां कोई रासायनिक हथियार नहीं थे। रूस समर्थित सीरिया शासन के बलों द्वारा बृहस्पतिवार को इदलिब प्रांत में किए गए हवाई हमलों में तुर्की के 33 सैनिक मारे गए थे।
हाल के वर्षों में युद्ध के मैदान में तुर्की को हुआ यह सबसे बड़ा सैन्य नुकसान है। हालिया घटना से तुर्की तथा रूस के बीच तनाव और बढ़ गया है जिनके रिश्तों में 2018 के एक समझौते के उल्लंघन के बाद खटास पड़ गई थी। समझौते के तहत, तुर्की ने इदलिब प्रांत में 12 पर्यवेक्षण चौकियां स्थापित की थीं लेकिन रूसी वायुसेना के समर्थन वाले सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के बल क्षेत्र को वापस पाने के लिए लगातार अभियान चलाने पर जोर देते रहे हैं।
तनाव कम करने के प्रयासों के तहत तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत भी की थी। क्रेमलिन के मुताबिक एर्दोआन बातचीत के लिए अगले हफ्ते रूस पहुंच सकते हैं।