वाराणसी। देश भर में कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन की वजह से देश के व्यापारियों को चौतरफा नुकसान उठाना पड़ा है। इसकी वजह से देश में करोड़ों व्यापारी काफी परेशान हैं, क्योंकि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी आज भी बाजार में ग्राहक नहीं हैं। इसी के चलते व्यापारियों को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। यह बात वरिष्ठ व्यापारी नेता विजय कपूर ने क्लाउन टाइम्स से एक अनौपचारिक बातचीत में कहीं।
उन्होंने कहा कि लाकडाउन लगने का समम व तरीका गलत था, जब कोई मरीज नहीं थे तब घरों में कैद कर दिया और जब कोरोना संक्रमण से भयावह की स्थिति हुई तो खोल दिया। उन्होंने कहा कि लाकडाउन में सबसे ज्यादा अगर किसी का नुकसान हुआ है तो वह गरीब, आर्थिक रूप से कमजोर, दिहाड़ी मजदूरों का। अचानक लाकडाउन लगाने से सारा काम बंद हो गया, जिससे बाहर गयें मजदूर अपने वतन अपने घरों को आने चाहें, पर सारी गाडिय़ां बंद होने से वह पैदल ही चल पड़े, जिसके कारण सैकड़ों मजदूर ट्रेन से कटकर, कितने सड़क दुर्घटना में मर गये। विजय कपूर ने कहां की लाकडाउन में अपराध बढा है। सारी व्यवस्था कागजों पर हैं।
काम धंधा बंद होने से अपराधियों का हौसला बढ़ गया है। आये दिन चोरी- छिनैती, हत्या, व्यापारियों से पैसे उसूले की घटना बढ़ गयी है। जब सब घरों में था तब न्यूज़ देखा जा रहा था कि ट्रेनों के डिब्बों को आईसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। देश का पैसा भी बहुत खर्च हुआ। पर पूरे हिन्दुस्तान में उस ट्रेन के डिब्बों में एक भी मरीज भर्ती नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सराकर चाहें केंद्र की हो या प्रदेश की हो व्यापारी असंतुष्ट हैं।
व्यापार की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि व्यापर 70 प्रतिशत बचा है। लेकिन सरकार ने किसानों के लिए हर सुविधा प्रदान की है। एग्रीकल्चर में सारे सामान का खरीद फरोख हो रहा है। अनेकों व्यापार मंडल बनने के सवाल पर कहा कि हमलोगों के समय में राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद श्यामा बिहारी मिश्रा और बनवारी लाल कंछल थे और वह जब अलग हुए तो मिडिया अपनी सुर्खियां बना ली, कहीं व्यापार मंडल टूट गया अब कमजोर हो जायेगा। लेकिन अब तो राष्ट्रीय अध्यक्ष हर शहर हर मुहल्लों में है। उन्होंने कहा कि अब और पहलें के व्यापर मंडल में जमीनों आसमान का फर्क आ गया है।
रिपोर्ट-जमील अख्तर