अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर रेप का आरोप लगाने वाली एक महिला पत्रकार ने अब उन पर मानहानि का दावा दायर किया है.
महिला पत्रकार ई जीन कैरोल ने ट्रंप पर इसी वर्ष जून में बलात्कार का आरोप लगाया था जिसे राष्ट्रपति ट्रंप ने सिरे से ख़ारिज कर दिया था.
महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था कि ट्रंप ने 23 साल पहले न्यूयॉर्क में मैनहटन स्थित बर्गडॉर्फ गुडमैन डिपार्टमेंट स्टोर्स के ड्रेसिंग रूम में उनके साथ बलात्कार किया था.
सोमवार को मैनहटन की एक अदालत में किए अपने मानहानि के दावे में उन्होंने कहा कि ट्रंप ने उनके दावों को ख़ारिज करने के लिए लगातार झूठे ट्वीट किए जिससे उनकी (महिला की) गरिमा को हानि पहुंची है.
एल मैगज़ीन में सलाहकार स्तंभ लिखने वालीं कैरोल ने अपनी याचिका में कहा कि ट्रंप ने झूठ कहा कि ‘मुझपर उन्होंने हमले नहीं किए’ और इससे उनकी ‘सत्यनिष्ठा, ईमानदारी और प्रतिष्ठा को दाग़’ लगा है.
कैरोल ने ट्रंप पर बलात्कार का आरोप एक लेख में लगाया था. उस वक़्त वे उस किताब पर काम कर रही थीं जिसमें उन्होंने इस घटना का संदर्भ दिया है.
हालांकि, ट्रंप ने कैरोल की बातों को झूठा बताते हुए कहा था कि “उन्होंने ये आरोप अपनी किताब की बिक्री बढ़ाने के लिए और राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होकर किया.”
ट्रंप ने कहा, “यह डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ मिलकर षडयंत्र रचने के प्रयासों के तहत और पैसे बनाने के लिए किया है.”
ई जीन कैरोल ने ट्रंप पर यह आरोप इसी वर्ष जून के महीने में लगाया था
‘मेरे टाइप की नहीं’
ट्रंप ने वाशिंगटन की हिल न्यूज़पेपर को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था, मैं पूरे सम्मान के साथ यह कहता हूं: सबसे पहले, वो मेरे टाइप की नहीं है. नंबर-2 ऐसा कभी नहीं हुआ.”
ट्रंप ने कैरोल की बातें मैगज़ीन में छपने के बाद आरोपों का खंडन करते हुए यह भी कहा था कि वो उन्हें जानते तक नहीं हैं.
व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी स्टीफ़ेन ग्रीशम ने एक महल में कहा, “लेखक की तरह ही यह दावा झूठा और कहानी पूरी तरह धोखा है. जो कहानी वो अपनी बेकार किताब को बेचने के लिए बना रही हैं वो कभी हुई ही नहीं.”
न्यूयॉर्क की मैगज़ीन में जून में छपे अपने आरोपों में कैरोल ने कहा, “ट्रंप का यह हमला दो से तीन मिनट तक चला, इसके बाद वो ड्रेसिंग रूमें बाहर भाग पाने में सफल हो गईं.”
कैरोल ने अपने वकील के मार्फत कहा कि इस देश में प्रेसिडेंट समेत कोई भी क़ानून से ऊपर नहीं होना चाहिए.