लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के तेवर तल्ख ही हैं। ताजा घटनाक्रम में सोमवार को पार्टी के नव निर्वाचित सांसदों, विधायकों और मंत्रियों की बैठक हुई। बैठक के बाद ममता बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, हमें लोकतंत्र को बचाना है। हम EVM मशीन नहीं चाहते, हम बैलट पेपर सिस्टम की वापसी चाहते हैं। हम इसके लिए आंदोलन खड़ा करेंगे और इसकी शुरुआत बंगाल से होगी।
उन्होंने विपक्ष से भी अपील की कि वह इस आंदोलन में उनका साथ दें। बैठक में यह भी तय हुआ कि टीएमसी बंगाल के समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 200वीं जयंती पूरे राज्य में धूमधाम से मनाएगी। बता दें कि कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा टूट गई थी, इसे लेकर टीएमसी बीजेपी पर हमलावर थी।
ममता बनर्जी ने कहा कि हमें ईवीएम नहीं चाहिए, हम बैलट पेपर से मतदान चाहते हैं। उन्होंने लोकतंत्र बचाने के लिए बैलट पेपर को वापस लाने की मांग की। ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव से पहले जीडीपी का आंकड़ा क्यों नहीं आया।
वहीं, जय श्री राम के नारे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से जिस तरह से गुस्सा जाहिर किया जा रहा है, उसके बाद लोगों विशेषकर बीजेपी कार्यकर्ताओं में खासा उबाल है। बीजेपी कार्यकर्ता ममता बनर्जी के इस गुस्से को और भी बढ़ाने का हर रोज नए प्रयास करते जा रहे हैं। इसी कड़ी में पूर्व बर्दवान के खण्डघोष इलाके में भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित हुए जुलूस में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपने सीने पर जय श्री राम लिखकर न केवल लोगों का ध्यान आकर्षित किया है, बल्कि ममता बनर्जी के इस रवैए का प्रतिवाद भी किया है।